बहन का प्रेम-प्रसंग भाई को था नामंजूर…बदला लेने के लिए बुआ ने भतीजी का कर दिया यह हाल

बदले की भावना ने रिश्ते में बुआ को अपनी ही मासूम भतीजी का कातिल बना दिया. वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी बुआ को गिरफ्तार कर लिया है.
चूरू.
राजस्थान में दिल को झकझोर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. कलियुगी बुआ ने अपनी ही ढाई वर्षीय भतीजी को इतनी दर्दनाक और निर्ममता पूर्वक मौत दी कि देखने और सुनने वाले कि भी रूह कांप उठे. इस दिल दहला देने वाली वारदात से आज चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील का गांव जालेउ सकते में है. ग्रामीण गांव के चौपाल में इसी वारदात का जिक्र करते हुए नजर आ रहे है. रतनगढ़ तहसील का गांव जालेउ जहा बदले की भावना ने रिश्ते में बुआ को अपनी ही मासूम भतीजी का कातिल बना दिया. वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी बुआ को गिरफ्तार कर लिया.
एसपी जय यादव ने बताया कि रतनगढ़ तहसील के गांव जालेऊ निवासी इन्द्रचंद की पुत्री समृद्धि अचानक घर से लापता हो गई. सब जगह तलाश किया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. इन्द्रचंद के पास ही में उसके चाचा गोविंद का मकान है, जिसकी 21 वर्षीय पुत्री माया इन्द्रचंद के घर आई. जब माया से पूछताछ की, तो उसने बताया कि दो महिलाओं को उसने देखा था. जब ग्रामीणों से इन महिलाओं की चर्चा कर जानकारी ली, तो सभी ने इनकार कर दिया.
घर के पास ही में बने पाबूजी मंदिर के सीसीटीवी कैमरे संभाले, तो उसमें माया अपने घर में बनी कुंड में बच्ची को डुबोती हुई नजर आई और उसके बाद उसने समृद्धि के शव को कुंड से बाहर निकालकर पशु चारे के लिए बने ढारे में प्लास्टिक के कट्टे में छिपा दिया.
दो साल चल रहा प्रेम प्रसंग
आरोपी माया से जब पुलिस ने ढाई साल की मासूम की हत्या के बारे में पूछताछ की, तो उसने बताया कि एक जाति विशेष के लड़के के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा है. इसका पता इन्द्रचंद को लगा तो उसने माया को डांट और फटकार लगाई और इसी बात से नाराज माया ने भाई से बदला लेने के लिए भतीजी समृद्धि की हत्या की साजिश रची.
पुलिस ने इन्द्रचंद की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने की कारवाई की और मंदिर से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर माया को गिरफ्तार कर लिया.
वारदात के बाद आरोपी बुआ नॉर्मल दिखने का किया प्रयास
गांव जालेउ में इस ह्रदयविदारक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बुआ ने शातिराना अंदाज में नॉर्मल दिखने का प्रयास किया ताकि उस पर किसी को कोई शक ना हो. लेकिन वारदात स्थल के पास में ही स्थित मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी बुआ की यह करतूत कैद हो गयी और इसी फुटेज ने आरोपी बुआ को सलाख़ों तक पहुंचाने का रास्ता साफ किया.