सायरन बजाते हुए तेजी से जा रही थी एंबुलेंस… पुलिस ने तलाशी तो रह गई दंग!

अगर एंबुलेंस सायरन बजाते हुए तेजी से जा रही हो तो हर कोई यही समझेगा कि उसमें जा रहा मरीज गंभीर हालत में है, लेकिन उत्तराखंड में तस्करों ने इसका उपयोग गांजा की तस्करी करने के लिए शुरू कर दिया है. ऐसा ही मामला रामनगर में देखने को मिला.
रामनगर
उत्तराखंड के रामनगर से फिल्मी स्टाइल में गांजे की तस्करी करने का मामला सामने आया है. रामनगर में सायरन और नीली बत्ती लगी हुई एंबुलेंस से गांजे की तस्करी करने वाले गिरोह के दो तस्करों को पुलिस ने चेकिंग के दौरान पकड़ लिया. तस्करों से 58 किलो गांजा बरामद किया गया है. आरोपी सराईखेत से मुरादाबाद गांजा लेकर जा रहे थे. सायरन बजाती हुई एंबुलेंस तमाम रास्तों को चीरते हुए इस गांजे को उसके असल मरीजों तक पहुंचाने की पूरी कोशिश में थी, मगर ऐसा नहीं हो सका.
रामनगर सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि कोतवाल अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व में पुलिस टीम पाटकोट रोड पर वन बैराज चौकी पर चेकिंग कर रही थी. तभी पुलिस को पाटकोट की तरफ से एक सफेद रंग की मारुति ईको एंबुलेंस आती दिखाई दी. पुलिस टीम को देखकर एंबुलेंस में बैठा एक व्यक्ति और चालक ने दरवाजा खोलकर भागने का प्रयास किया. जिन्हें पुलिस ने मौके पर पकड़ लिया. वहीं पुलिस के द्वारा एंबुलेंस की चेकिंग के दौरान 5 कट्टे मिले. जब पुलिस द्वारा कट्टों को खोला गया तो उसमें 58 किलो 16 ग्राम गांजा बरामद हुआ.
गांजे की तस्करी के लिए एंबुलेंस का सहारा
सीओ भूपेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि एंबुलेंस को कहीं भी पुलिस रोकती नहीं है. जिस वजह से एंबुलेंस में तस्करी करना बेहद आसान होता है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान रणधीर सिंह निवासी काजीपुरा मुरादाबाद, अरुण कुमार निवासी ग्राम सत्तीखेड़ भगतपुर मुरादाबाद के रूप में हुई है. सीओ ने बताया कि आरोपियों से इनके गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ली गई है. जिसके बाद आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है