उत्तरप्रदेश

‘बस एक ही डॉक्‍टर, अस्‍पताल में लाशों का ढेर…’ हाथरस हादसे की दर्द भरी कहान‍ियां, आ जाएंगे आपकी आंखों में भी आंसू

 हाथरस सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया. कई लोगों ने मीडिया से बातचीत में आपबीती जाहिर की. वहां के हालातों के बारे में बताया. आइये जानते है…

हाथरस 

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से ज्‍यादा लोगों (खबर लिखे जाने तक) की मौत हो गई. सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने मौत के आंकड़ों की पुष्टि की है. सभी डेड बॉडी को एटा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि सत्संग में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों की स्थिति खराब हो गई. सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे कई लोगों ने आपबीती सुनाई. आइये जानते हैं…

सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची एक महिला ने बताया, “हम कई लोगें के साथ एक गाड़ी में सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. लेकिन अब हमें पता नहीं है कि कुल कितने थे, लेकिन मैं एक बात कह सकती हूं कि हमारे साथ कई लोग थे. सभी एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे. एक दूसरे को धक्का दे रहे थे, जिसमें कई लोग दब गए. सत्संग समाप्त होने के बाद जब हम जा रहे थे, तभी लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे. एक-दूसरे को कुचलने लगे.“

वहीं, सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां बहुत सारे लोग थे. शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया. हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी. सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है.“

इसके अलावा, सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है.

लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. अस्पताल में महज एक ही डॉक्टर है. लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ. कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था. पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है.

लोगों ने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन तक नहीं है. ऐसे में यह कैसे किसी का उपचार कर सकेंगे. पुलिस से लेकर चिकित्सक से जुड़े सभी अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. हमारी बात कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है.

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