कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर शरद पवार तक, यह एक लंबी सूची है, जिसमें दर्जनों विपक्षी नेता ईडी के शिकंजे में आ चुके हैं। कोई जेल जा चुका है, तो किसी ने ईडी की लंबी पूछताछ का सामना किया है…
प्रवर्तन निदेशालय ‘ईडी’ ने बुधवार को आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आवास पर रेड की थी। दिनभर चली कार्रवाई के बाद ईडी ने संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आप सांसद की गिरफ्तारी से विपक्षी गठबंधन का माहौल गर्मा गया है। विपक्षी दलों ने सरकार की इस कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ईडी की इस कार्रवाई में संजय सिंह पहले व्यक्ति नहीं हैं और वे आखिरी भी नहीं हैं।
कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर शरद पवार तक, यह एक लंबी सूची है, जिसमें दर्जनों विपक्षी नेता ईडी के शिकंजे में आ चुके हैं। कोई जेल जा चुका है, तो किसी ने ईडी की लंबी पूछताछ का सामना किया है।
ये सिलसिला तो जारी रहेगा
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है। अब ऐसे छापों की सीरीज 2024 के लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगी। इन छापों के जरिए पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 के चुनाव की औपचारिक घोषणा कर दी है। विपक्ष का आरोप है कि पिछले दो दशकों में केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर आए गैर-भाजपाई नेताओं का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। जांच एजेंसियों के फेर में केवल राज्यों के कुछ नेता ही नहीं, बल्कि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, लालू प्रसाद यादव, मायावती, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, ममता बनर्जी, शरद पवार और के.कविता से लेकर अनेक विपक्षी नेता आ चुके हैं। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि गत सात आठ वर्षों में लगभग 225 चुनावी उम्मीदवारों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। 45 फीसदी नेताओं ने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, मोदी सरकार में ईडी ने जिन राजनेताओं के यहां पर रेड की है या उनसे पूछताछ की है, उनमें 95 फीसदी विपक्ष के नेता हैं।
कौन-कौन रहा है ईडी के निशाने पर
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से ईडी पूछताछ कर चुकी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल, ईडी का सामना कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पार्थ चटर्जी को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। शिवसेना के संजय राउत ईडी जांच का सामना कर रहे हैं। वे भी जेल में रह कर आए हैं। टीएमसी सांसद अभिषेक से भी पूछताछ जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से ईडी ने पूछताछ की है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी जांच का सामना कर रहे हैं। शरद पवार के भतीजे अजित पवार पर मनी लॉन्ड्रिंग के केस रहे हैं। पूर्व मंत्री नवाब मलिक, ईडी मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी एवं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता, ईडी जांच का सामना कर रही हैं। आप के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को सलाखों के पीछे जाना पड़ा है। पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के नेता भी निशाने पर हैं। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का नाम भी माइनिंग घोटाले में आया था।
ईडी के समक्ष पेश हो चुके हैं ये नेता
पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से अवैध रेत खनन मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है। चारा घोटाले में सजा होने के बाद लालू प्रसाद यादव पर रेलवे में जमीन लेकर नौकरी देने का मामला चल रहा है। उनके बेटे तजस्वी यादव से भी पूछताछ हुई है। इस केस में सीबीआई और ईडी, दोनों जांच एजेंसियां शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में पीसीसी कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव, गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और सन्नी अग्रवाल के निवास एवं कार्यालयों पर ईडी की रेड हो चुकी है। आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह, सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय भी जांच एजेंसियों की रडार पर हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी ईडी की सुई घूम रही हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के करीबियों पर ईडी की कार्रवाई जारी है। ममता बनर्जी के खिलाफ चिट फंड मामला है,, तो कर्नाटक में डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी ईडी के निशाने पर आ चुके हैं। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के भाई भी केंद्रीय जांच एजेंसी के रडार पर रहे हैं।
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