सूरत के डुमास इलाके में ‘2000 करोड़ के जमीन घोटाले में शामिल पूर्व कलेक्टर का कांग्रेस ने किया पर्दाफाश’, पार्टी नेता का दावा

Gujarat: कांग्रेस नेता दर्शन नायक ने दावा किया कि उन्होंने 25 मई को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक पत्र भेजा था, जिसमें सूरत के डुमास इलाके में 2,000 करोड़ की सरकारी जमीन के राजस्व रिकॉर्ड में एक किरायेदार किसान का नाम कथित रूप से दर्ज करने के लिए आयुष ओक के खिलाफ जांच की मांग की गई थी।
सूरत
गुजरात कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी और सूरत के पूर्व कलेक्टर आयुष ओक 2,000 करोड़ के जमीन घोटाले में शामिल थे। पार्टी ने मई में इस कथित घोटाले का खुलासा किया था। विपक्षी पार्टी की ओर से यह आरोप तब लगाया गया है, जब सोमवार को ओक को निलंबित किया गया है। ओक पर आरोप है कि उन्होंने सूरत जिले के कलेक्टर के रूप में 2021 और 2024 के बीच राजस्व भूमि के मामले से निपटने के दौरान लापरवाही बरती।
कांग्रेस नेता दर्शन नायक ने मीडिया से बातचीत करते हुए दावा किया कि उन्होंने 25 मई को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक पत्र भेजा था, जिसमें सूरत शहर के डुमास इलाके में 2,000 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन के राजस्व रिकॉर्ड में एक किरायेदार किसान का नाम कथित रूप से दर्ज करने के लिए ओक के खिलाफ जांच की मांग की गई थी।
राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने सोमवार को एक आदेश जारी किया। इसमें उसने कहा कि निलंबन के समय वलसाड जिला कलेक्टर के रूप में कार्यरत ओक ने जमीन मामले से निपटने के दौरान सरकारी खजाने को कथित तौर पर भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया। आईएएस अधिकारी को 31 मई, 2024 को सूरत के वलसाड स्थानांतरित किया गया था।