‘PM संविधान को सिर पर रखकर दिखावा करते हैं, RSS-BJP के असली इरादे आ रहे सामने’,: गौरव गोगोई

कांग्रेस सांसद ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय संविधान को सिर पर रखकर केवल दिखावे में लिप्त हैं, लेकिन जब उनके अपने केंद्रीय गृह मंत्री भारतीय संविधान के संस्थापक और मुख्य वास्तुकार डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर को गाली देते हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहते हैं।
संसद परिसर में कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच हाथापाई और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा है कि, ‘क्या कोई सीसीटीवी फुटेज है जो भाजपा की तरफ से किए गए दावों का समर्थन करता हो। फिर भी कई टेलीविजन पर फुटेज है कि कैसे भाजपा के पुरुष सांसदों ने प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस पार्टी की कई महिला सांसदों को धमकाया और डराया जो लोकसभा से हैं’।
वहीं अभी तक इस मामले में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, और यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भाजपा का प्रयास महिलाओं के लिए न्याय पाने का नहीं है, उनका एकमात्र प्रयास केंद्रीय गृह मंत्री की तरफ से की गई टिप्पणियों से ध्यान हटाना है जो भारतीय संविधान और डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के लिए अपमानजनक थे।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय संविधान को सिर पर रखकर केवल दिखावे में लिप्त हैं, लेकिन जब उनके अपने केंद्रीय गृह मंत्री भारतीय संविधान के संस्थापक और मुख्य वास्तुकार डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर को गाली देते हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी चुप रहते हैं। यह केवल उनके इतिहास और डॉ बाबा साहेब आंबेडकर और भारतीय संविधान के प्रति उनके सदियों पुराने अनादर का उदाहरण है।
गौरव गोगोई ने कहा- जब भारतीय संविधान को अपनाया गया था, तो आरएसएस ने इतने सालों तक संविधान को खारिज कर दिया था। उन्होंने केवल संविधान का सम्मान करने का दिखावा किया, लेकिन अब जब उन्हें लगता है कि आरएसएस और भाजपा राजनीतिक रूप से मजबूत हैं, तो उनके असली इरादे सामने आ रहे हैं… जैसे ही इस साल की शुरुआत हुई, हमने देखा कि अगर उन्हें 400 से अधिक सांसद मिल गए तो वे भारतीय संविधान को बदल देंगे और अब हरियाणा और महाराष्ट्र में हाल की जीत के बाद, वे अहंकारी हो रहे हैं और उनका असली चेहरा, छिपा हुआ चेहरा अब संसद के अंदर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उजागर कर दिया है और यही कारण है कि वह जिद्दी बनना चुन रहे हैं और डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर का अनुसरण करने वाले और भारतीय संविधान के आदर्शों में विश्वास रखने वाले लाखों लोगों को उनकी टिप्पणी से हुई ठेस के लिए माफी नहीं मांग रहे हैं।
इधर कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, ‘कल प्रधानमंत्री सांप्रदायिक सौहार्द की बात कर रहे थे लेकिन वे मणिपुर मुद्दे पर बात क्यों नहीं कर रहे?…राहुल गांधी लोगों तक महात्मा गांधी का संदेश पहुंचा रहे हैं। वो देश के गरीब और पिछड़े लोगों की आवाज बन रहे हैं’।