विदेश

यूक्रेन संकट: यूक्रेन की राजधानी कीव में घुसी रूसी सेना, भीषण जंग जारी

क्रेन की राजधानी कीव में प्रवेश करने वाले रूसी सैनिक शहर के उत्तरी इलाक़े ओबोलॉन में हैं. ये इलाक़ा संसद और शहर के केंद्रीय इलाक़े से महज़ नौ किलोमीटर दूर है.

रूस के हमले बाद यूक्रेन अपनी पूरी ताकत से जवाब देने की कोशिश कर रहा है. लिहाजा राजधानी कीव के आसपास के इलाकों में जबरदस्त लड़ाई चल रही है.

शहर के बाहरी इलाके के एक एयरफील्ड में यूक्रेन और रूसी सेनाओं में टकराव जारी है. अगर रूसी सेना ने इस एयरफील्ड पर कब्जा कर लिया तो यहां से उसे राजधानी में घुसने का रास्ता मिल सकता है.

गुरुवार को रूसी सेनाओं के हमले के बाद पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी इलाके में भारी लड़ाई की खबरें हैं.

कीव में कई ब्लास्ट हुए हैं और कम से कम फ्लैट्स का एक ब्लॉक क्षतिग्रस्त हो गया है.

उत्तरी इलाके में भारी गोलीबारी की खबरें हैं. इन हमलों के बीच यूक्रेन सरकार ने चेतावनी दी है कि शहर के अंदर से कुछ लोग रूस की मदद कर रहे होंगे.

” पुतिन हम तुम्हें जानवर की तरह कत्ल होते देखना चाहते हैं.”

हमले के बाद गुरुवार की रात से ही लोग कीव के मेट्रो स्टेशनों में शरण लेने लगे हैं. हवाई हमले के बाद लोग घनी आबादी वाले पोज़निएक इलाके समेत शहर में मौजूद अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशनों में पनाह लेते दिखे. हमले में यहां अब तक आठ लोग घायल हो गए हैं.

कीव में रहने वाले एक शख्स ने बीबीसी के निक बीक से कहा, ” पुतिन हम तुम्हें किसी जानवर की तरह कत्ल होते देखना चाहते हैं.”

यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि शहर पर मिसाइलों से हमला हुआ है. हालांकि जवाबी हमले एक रूसी विमान को मार गिराया गया है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को जारी एक वीडियो में कहा, ” वे (रूस) कह रहे हैं कि नागरिकों के रहने वाले इलाकों पर हमला नहीं कर रहे हैं. यह झूठ है. ” सचाई तो यह है के हमले करने के दौरान वे ये नहीं देख रहा है कौन सा रिहायशी इलाका है और कौन सा सैनिक अड्डा. ”

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इमेज कैप्शन,मेट्रो स्टेशन में शरण लिए हुए लोग

यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलों की बारिश

यूक्रेन ने कहा है कि अब तक नागरिकों और सैनिकों को मिलाकर 137 लोग मारे जा चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक अब तक एक लाख लोग अपने घरों से भाग चुके हैं. अकेले, कल रात से पोलैंड के दक्षिणी-पूर्वी शहर प्रजेमिस्ल में ही 1000 लोग ट्रेन से पहुंचे हैं.

इस बीच, ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वलास ने कहा उनके देश का अनुमान है कि गुरुवार सुबह से हमले के बाद रूस के भी कम से कम 450 लोग मारे जा चुके हैं.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टीवी पर लड़ाई का ऐलान करते हुए कहा था किसी भी देश ने इसमें दखल देने का ऐलान किया तो ऐसे नतीजे होंगे जिसे अब तक इतिहास में देखा नहीं गया है.

बहरहाल, यूक्रेन के शहरों और इसके सैनिक ठिकानों पर लगातर हवाई हमले हो रहे हैं. मिसाइलें बरस रही हैं. यूक्रेन की सीमा के तीनों ओर से टैंक आगे बढ़ रहे हैं.

हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि है वह लड़ाई जारी रखेंगे . उन्होंने कहा कि नया ‘लौह पर्दा’ लगाया जा रहा है लेकिन वह सुनिश्चित करेंगे कि वह पश्चिमी देशों के साथ रहें.

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इमेज कैप्शन,रूसी हमलों में ध्वस्त यूक्रेनी फ्लैट

यूक्रेनी सैनिकों की जबरदस्त बहादुरी

इन हमलों के दौरान जबरदस्त बहादुरी के वाकये भी सामने आ रहे हैं. काला सागर के एक द्वीप में यूक्रेन के 13 बॉर्डर गार्ड ने हथियार डालने से इनकार कर दिया है. गुस्से में रूसी बेड़े में मौजूद सैनिकों ने उन्हें बम से उड़ा दिया.

जेलेंस्की ने उन्हें मरणोपरांत युद्ध नायक से सम्मानित करने का ऐलान किया है.

गुरुवार को चेर्नोबिल के आसपास भी भारी लड़ाई देखने को मिली. यहीं पर सोवियत संघ का परमाणु बिजली संयंत्र था, जहां भयावह हादसा हुआ था. यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखेलो पोदोलेक ने कहा कि भीषण जंग में चेर्नोबिल का परमाणु संयंत्र हाथ से निकल गया.

जेलेंस्की ने 18 से 60 साल तक के सभी लोगों को अनिवार्य सैनिक सेवा से जोड़ दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा है कि जो भी हथियार उठा सकते हैं वो रूस को पीछे हटाने की जंग में शामिल हो सकते हैं.

‘ बड़े शरणार्थी संकट की आशंका’

मानवाधिकार समूहों ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन पर रूस के हमले से यूरोप में भारी शरणार्थी संकट पैदा हो सकता है.

पश्चिमी देशों के नेता यूक्रेन पर रूस के इतने बड़े पैमाने पर हमले से हतप्रभ हैं. ब्रिटेन, ईयू और उसके सहयोगी देशों ने हमले के बाद रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने का इरादा जताया है.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात की है. पिछले कुछ दिनों में वह पुतिन से बात करने वाले पहले पश्चिमी नेता हैं. मैक्रों ने तुरंत हमला रोकने का कहा है. उन्होंने कहा है कि अगर रूस ने ऐसा नहीं किया तो उस पर भारी प्रतिबंध लगाए जाएंगे.

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