पिता का शव लेकर जा रहे बेटे को पुलिस ने सड़क पर पटका, बवाल मचा, पढ़ें क्या है पूरा मामला

राजस्थान के बारां में आज उस समय बवाल मच गया जब एक बेटा हादसे के शिकार हुए अपने पिता के शव को लेकर जा रहा था और बीच रास्ते में पुलिस ने उससे ज्यादती की. पुलिस मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर एम्बुलेंस में रखकर ले जाने लगी तो उसका बेटा उसके आगे लेट गया. लेकिन पुलिस ने उसे उठाकर सड़क के किनारे पटक दिया. पढ़ें क्या है पूरा मामला.
बारां.
बारां जिले में करंट की चपेट में आने से हुई एक बुजुर्ग की मौत के बाद आज बड़ा बवाल हो गया. मृतक के परिजन और ग्रामीण शव को विद्युत विभाग के कार्यालय लेकर जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने बीच रास्ते में ही उनको रोक लिया. बाद में परिजनों और ग्रामीणों के विरोध को दरकिनार शव को एम्बुलेंस में डालकर उसके गांव ले गए. इस दौरान मृतक के बेटा एम्बुलेंस के आगे लेट गया तो पुलिस ने उसे उठाकर सड़क किनारे पटक दिया.
जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को सदर थाना इलाके के चौकी भैरूपुरा गांव में लाइन मरम्मत के दौरान गांव का ही 62 वर्षीय बद्रीलाल सुमन करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया था. उसे इलाज के लिए कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बद्रीलाल की मौत के बाद उसके परिजन और ग्रामीण शव को बिजली दफ्तर लाकर अपनी मांग रखना चाह रहे थे.
पुलिस ने ग्रामीणों को रास्ते में रोककर जबरन गांव भेजा
इस बात का जैसे ही पुलिस का पता चला तो वह रास्ते में ही ग्रामीणों के पास पहुंच गई. पुलिस ने उनको रोककर जबरन गांव भेज दिया गया. बाद में एम्बुलेंस में रखे शव को जबरन अपने कब्जे में ले लिया. इस दौरान मृतक के बेटे अरविंद ने इसका विरोध किया. वह एम्बुलेंस के आगे लेट गया. इस पर पुलिसकर्मियों ने उसे उठा कर सड़क किनारे पटक दिया. बाद में मृतक के बेटे के बिना ही शव को अपनी निगरानी में उसके गांव ले गई.
बुजुर्ग को लाइनमैन और ग्रामीण ने चढ़ाया था खंभे पर
परिजनों का आरोप है कि लाइनमैन मोंटी और एक ग्रामीण देवीलाल ने बद्रीलाल को खंभे पर चढ़ाया था. दोनों ने उससे कहा कि शटडाउन लिया हुआ है तार को जोड़ दो. लेकिन लाइन चालू थी. ब्रदीलाल ने जैसे ही तार छूआ तो वह करंट की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया. पुलिस की जबरिया कार्रवाई की सूचना पर बीजेपी नेता और किसान संघ से जुड़े लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए. उन्होंने वहां पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन की अगवाई में कलेक्टर से मिलकर मृतक के परिजनों को मुआवजे देने और दोषी विद्युतकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी. प्रशासन ने फिलहाल इस मामले में जांच की बात कही है.