हाईकोर्ट वकील ने रेप पीड़िता को बार-बार बनाया हवस का शिकार, ऑफिस में दुष्कर्म कर अश्लील तस्वीरें खीचीं

केरल पुलिस ने एक महिला से कई बार दुष्कर्म करने के आरोपी पूर्व वरिष्ठ सरकारी वकील के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने शिकायत के हवाले से बताया कि आरोपी ने अपराध को अपने कार्यालय और महिला के आवास पर अंजाम…
नेशनल डेस्क
केरल पुलिस ने एक महिला से कई बार दुष्कर्म करने के आरोपी पूर्व वरिष्ठ सरकारी वकील के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने शिकायत के हवाले से बताया कि आरोपी ने अपराध को अपने कार्यालय और महिला के आवास पर अंजाम दिया था।
पुतेनक्रूज के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि केरल उच्च न्यायालय द्वारा आत्मसमर्पण करने के लिए तय तारीख 12 जनवरी बीतने के बाद 14 जनवरी को आरोपी वकील पी.जी.मनु के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। अधिकारी ने बताया कि उच्च न्यायालय ने तीन जनवरी को आदेश दिया था कि आरोपी वकील 10 दिनों के भीतर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें। उन्होंने बताया कि पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने की मियाद दो बार बढ़ाई गई थी। मामला अक्टूबर 2023 का है। जब 25 साल की एक रेप विक्टिम 2018 में हुई घटना के सिलसिले में कानूनी सलाह लेने के लिए मनु के पास गई थी। इसके बाद मनु ने महिला का तीन बार रेप किया और अश्लील तस्वीरें भी खींची।
पुलिस उपाधीक्षक ने कहा, ‘‘ उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया, उनकी स्थिति भगोड़े की है और इसलिए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।” आरोपी वकील के खिलाफ पिछले साल 29 नवंबर को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म), 354 (महिला की गरिमा को भंग करना) और 506 (धमकी देने) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद वकील ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
माता-पिता बाहर इंतजार करते रहे, अंदर रेप किया
शिकायतकर्ता महिला के अनुसार, आरोपी ने पहली बार 9 अक्टूबर को महिला का रेप करने की कोशिश की जब वह अपने माता-पिता के साथ उसके कदवंथरा ऑफिस गई थी। मनु ने महिला के माता-पिता को बाहर इंतजार करने के लिए कहा और पीड़िता के साथ मामले पर चर्चा करने के बहाने दरवाजा बंद कर दिया और कमरे के अंदर उसका रेप किया।