‘महंगाई भी है एक टैक्स’, राहुल गांधी को आशंका- बढ़ेंगे तेल और खाद्य सामग्रियों के दाम, ऐक्शन ले मोदी सरकार

महंगाई और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
नई दिल्ली
महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट करते हुए आगाह किया कि महंगाई अभी और बढ़ेगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने केंद्र सरकार से कहा कि वह महंगाई से लोगों की रक्षा करे और तुरंत एक्शन ले।
राहुल गांधी ने कहा कि महंगाई सभी भारतीयों पर एक टैक्स है। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने से पहले ही कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि ने गरीबों और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ दी थी। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, “यह (महंगाई) और बढ़ेगी क्योंकि कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 100 डॉलर से अधिक है। खाद्य कीमतों में 22 प्रतिशत का इजाफा होने की उम्मीद है। कोरोना ने ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित किया है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत सरकार को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए और लोगों की रक्षा करनी चाहिए।’ दरअसल, सरकार ने सोमवार को जो आंकड़ा जारी किया है उसके मुताबिक, कच्चे तेल और गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में इजाफा होने के कारण खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में आठ महीने के उच्चतम स्तर 6.07 प्रतिशत पर पहुंच गई।
इस दौरान थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 13.11 प्रतिशत हो गई। यूक्रेन पर 24 फरवरी को रूस द्वारा हमला किए जाने के बाद से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने थोक मूल्य सूचकांक पर विपरीत प्रभाव डाला है। महंगाई और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
तीन दिनों पूर्व भी राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार की गलत नीतियों का परिणाम आम नागरिक झेल रहा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एफडी, पीपीएफ, ईपीएफ और महंगाई से जुड़े आंकड़े शेयर किए थे। उन्होंने लिखा था, “एफडी- 5.1% , पीपीएफ- 7.1%, ईपीएफ- 8.1%, खुदरा महंगाई दर- 6.07 प्रतिशत और थोक महंगाई दर- 13.11 प्रतिशत है।” राहुल गांधी ने सवाल किया था, “जनता को राहत देने की ज़िम्मेदारी क्या सरकार की नहीं है?”