शातिरों का ठिकाना और ठगों की बस्ती है बिहार का ये गांव, हर दूसरे दिन पहुंचती है पुलिस, जानें वजह

झारखंड के जामताड़ा की तर्ज पर बिहार का ये गांव कुख्यात है. इस गांव में बडे पैमाने पर साइबर क्राइम होता है. साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए इस गांव में कई राज्यों की पुलिस आती हैं. इस गांव से कई साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
जमुई.
साइबर ठगी के लिए जमुई जिले का एक गांव मंगरार झारखंड का जामताड़ा बन गया है, जहां साइबर ठग गिरोह लोगों को चूना लगा रहा है. जिले के लक्ष्मीपुर थाना इलाके का मंगरार गांव में अक्सर दूसरे राज्यों की पुलिस किसी साइबर अपराधी की तलाश में पहुंचती है. इंटरनेट का सहारा लेते हुए साइबर ठग दर्जनों लोगों से लाखों की ठगी कर चुके हैं. हाल के एक-दो वर्षों में पुलिस ने मंगरार गांव से आधा दर्जन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से मोबाइल लैपटॉप और कैश भी बरामद हुए हैं.
वैसे तो जमुई जिले के अलग-अलग थाना इलाके के कई अन्य गांव में भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. बीते कुछ महीनो में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों की पुलिस साइबर अपराधियों की खोज में यहां पहुंच चुकी है, जिस दौरान कई शातिर की गिरफ्तारी भी हुई है. देखा जाए तो जिले के लक्ष्मीपुर थाना इलाके के मंगरार, खैरा थाना का झुंडों, सिकंदरा का गोखुला, नगर थाना इलाके का दौलतपुर जैसे जगह पर भी साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है लेकिन सबसे ज्यादा गिरफ्तारी और कार्रवाई लक्ष्मीपुर थाना इलाके के मंगरार गांव में साइबर अपराधियों के खिलाफ हुई है.
साल 2022 जून के महीने में पुलिस ने यहां से तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से लगभग दो लाख 84 हजार कैश भी बरामद हुए थे. उस समय पुलिस ने इन साइबर फ्रॉड के पास से 10 एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल, कई आधार कार्ड और बैंक पासबुक को बरामद किया था, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने यह खुलासा किया था कि यह साइबर फ्रॉड टीवी पर चर्चित प्रोग्राम और ऑन लाइन लॉटरी के नाम पर ठगी करता था. गिरफ्तार लोगों का संबंध पाकिस्तान के एक साइबर फ्रॉड से भी होने की जानकारी पुलिस ने दी थी.
बीते साल 2023 के 25 दिसंबर को भी पुलिस ने मंगरार गांव से ही राजीव सिंह नाम के साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया था, जो साइबर अपराधियों के गिरोह का सरगना बताया गया है. इसके अलावा 3 महीने पहले भी मंगरार गांव से ही साइबर ठगी के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया था. साइबर फ्रॉड गिरोह का सरगना राजीव सिंह का संबंध पाकिस्तान के साइबर फ्रॉड से होने की बात पुलिस ने बताई है. राजीव सिंह को पुलिस ने साइबर आतंकवाद के एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगरार गांव के कुछ लोगों को साइबर ठगी को लेकर झारखंड, बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की पुलिस अक्सर आती है. यहां साइबर ठग फरार पाए जाते हैं. जमुई जिले के लक्ष्मीपुर और नगर थाना इलाके में इस गांव के साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज है. बताया जा रहा है कि गिरोह के सदस्य किसी एक को शिकार कर जैसे ही रकम इनके खाते में आता है, दूसरे के साथ ठगी करने के लिए लैपटॉप और मोबाइल के साथ अपना ठिकाना बदल लेते हैं.
इस कारण इनकी गिरफ्तारी में परेशानी होती है. मंगरार से राजीव सिंह की गिरफ्तारी के बाद एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया था कि गिरफ्तार राजीव सिंह साइबर फ्रॉड गिरोह का सरगना है, जिसकी गिरफ्तारी से पुलिस को साइबर अपराध से जुड़े कांड के अनुसंधान, अंतर्राष्ट्रीय एवं अन्तर्राजीय कानून के विरुद्ध क्रियाकलाप, साइबर आतंकवाद, साइबर फ्रॉड से संगठित नेटवर्क को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण सूत्र स्थापित होगा. लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष राजवर्धन कुमार ने बताया कि मंगरार गांव से साइबर फ्रॉड करने वाले अभी तक आधा दर्जन लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. अलग-अलग राज्यों की पुलिस भी समय-समय पर इस गांव पहुंचकर साइबर ठगी करने वालों की खोजबीन करती है.