सागर के पिता को जानते थे सांसद प्रताप सिम्हा, LS स्पीकर से मिलकर दी ‘सफाई’, बताया संसद सुरक्षा में सेंध का पूरा सच

प्रताप सिम्हा कर्नाटक के मैसूर से भारतीय जनता पार्टी के सासंद हैं. वह लगातार 2 बार इस सीट से जीते हैं. वो कर्नाटक में भाजपा के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले प्रताप सिम्हा पत्रकार थे. उन्हीं के द्वारा जारी विजिटर पास से आरोपी सागर शर्मा ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाई.
नई दिल्ली.
संसद सुरक्षा में चूक मामले में जहां एक और गिरफ्तार चार आरोपियों से दिल्ली पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा भी कठघरे में हैं. उन्हीं के द्वारा जारी किए गए विजिटर पास की मदद से आरोपी सागर शर्मा और उसका साथी नई संसद भवन में दाखिल हुए थे. ऐसे में वो अपना पक्ष रखने के लिए बुधवार शाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक उनका कहना है कि वह आरोपी सागर के पिता को जानते थे. पिता से जान पहचान के कारण ही वो उनसे लगातार संपर्क में थे.
सूत्रों के मुताबिक सांसद प्रताप सिम्हा का कहना है कि आरोपियों ने नई संसद भवन परिसर को देखने की बार-बार इच्छा जताई थी और वह उनके पी ए के साथ लगातार संपर्क में थे. इससे ज्यादा उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि सागर शर्मा और मनोरंजन ने विजिटर गैलरी से छलांग लगाई और वो सीधे लोकसभा की कार्यवाही के बीच पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने कलर स्प्रे के माध्यम से लोकसभा में धुआं उड़ाया.
दो बार बने सांसद
प्रताप सिम्हा कर्नाटक के मैसूर से भारतीय जनता पार्टी के सासंद हैं. वह लगातार 2 बार इस सीट से जीते हैं. वो कर्नाटक में भाजपा के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. राजनीति में आने से पहले प्रताप सिम्हा पत्रकार थे. 1999 में प्रताप सिम्हा कन्नड़ न्यूजपेपर विजया कर्नाटका के साथ ट्रेनी के तौर पर पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी. वह लगातार अलग-अलग अखबारों के लिए लिखते रहे.
एम मोदी पर लिखी थी किताब
प्रताप सिम्हा का जन्म कर्नाटक के हिल स्टेशनों में से एक सकलेशपुर में हुआ था. उन्होंने साल 2008 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक जीवनी लिखी थी, जिसका शीर्षक था ‘नरेंद्र मोदी: यारू थुलियादा हादी’ (Narendra Modi: The Untrodden Road). साल 2014 में उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा था और विजयी हुए थे. इसके बाद फिर वह मैसूर से 2019 का चुनाव लड़े और जीत हासिल करने में सफल रहे थे.