सात महीने की प्रेग्नेंट युवती को बहाने से भगाया, करवा चौथ से पहले किया ऐसा कांड, दिल्ली पुलिस भी रह गई हैरान

दिल्ली में पुलिस की सख्ती के बावजूद आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. करवा चौथ से पहले अगवा की गई सात महीने की प्रेग्नेंट युवती के मामले में चौंकाने वाला खुलाा हुआ है.
नई दिल्ली.
देश की राजधानी दिल्ली में कई ऐसी आपराधिक घटनाएं सामन आ रही हैं, जिनमें बाहरी तत्वों की संलिप्तता सामने आई है. फिर चाहे वह सरेआम फायरिंग का मामला हो या फिर हत्या के जरिये डराने-धमकाने का मामला हो. अब एक बार फिर से हत्या के एक मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. इसमें भी हरियाणा का कनेक्शन सामने आया है. नांगलोई की एक 7 महीने की प्रेग्नेंट महिला को पहले अगवा किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई थी. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने नांगलोई मर्डर मिस्ट्री में एक और आरोपी को गिरफ्तार कर साजिश का पर्दाफाश किया है.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 19 साल की 7 महीने की गर्भवती युवती की हत्या मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह हत्या नांगलोई इलाके में हुई थी, जहां पीड़िता को उनके ही प्रेमी और उसके साथियों ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया था. आरोपी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर करवा चौथ की पूर्व संध्या पर 19 साल की एक गर्भवती युवती की हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया है कि आरोपी सोहित उर्फ रितिक (19 साल) को हरियाणा के रोहतक जिले से गिरफ्तार किया गया है. वह इस मामले में वांटेड चल रहा था.
21 अक्टूबर को लापता हो गई थी युवती
दरअसल, 21 अक्टूबर 2024 को पीड़िता के नांगलोई इलाके में अपने घर से लापता होने का मामला सामने आया था. प्रारंभिक जांच से पता चला कि उसके साथी (जिसकी पहचान सलीम उर्फ संजू के रूप में हुई है) ने अपने साथियों सोहित उर्फ रितिक उर्फ पटोनी और पंकज के साथ मिलकर उसे भागने के झूठे बहाने से अपहरण करने की साजिश रची थी. पुलिस ने बताया कि पीड़िता जब उनके चंगुल में आ गई, तो आरोप है कि उन्होंने प्रेग्नेंट युवती की हत्या कर दी. आरोपियों ने पहले युवती का गला घोंटा और अपना अपराध छुपाने के लिए उसके शव को हरियाणा के रोहतक के मदीना गांव ले गए. वहां एक सुनसान मैदान में गड्ढा खोदकर लाश को दफना दिया.
एफआईआर दर्ज होते ही दो आरोपी गिरफ्तार
24 अक्टूबर को सबूतों की बरामदगी और पीड़ित परिवार की शिकायत पर FIR दर्ज की गई. इसके बाद सलीम उर्फ संजू और पंकज को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. तीसरा आरोपी सोहित उर्फ रितिक उर्फ पटोनी फरार चल रहा था. आरोपी सोहित को गिरफ्तार करने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया था. टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक प्लान बनाया था, जिसके बाद उसे रोहतक के सिंघासन बैंक्वेट से गिरफ्तार किया गया.