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IND vs AUS: क्या चेपॉक में फिर होगी रोमांच की हदें पार? 36 साल पहले कपिल की दरियादिली पड़ी थी भारत को भारी

IND vs AUS World Cup Memories: भारत वर्ल्ड कप 2023 का अपना ओपनिंग मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम (चेपॉक स्टेडियम) में खेलेगा. इस मैदान पर 1987 के विश्व कप में भी भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टक्कर हुई थी. तब भी भारत का ओपनिंग मैच था और सिर्फ 1 रन से भारतीय वो मैच हार गई थी. भारत की हार की एक वजह कपिल देव की दरियादिली भी थी.

नई दिल्ली.

भारत की मेजबानी में 5 अक्टूबर से वर्ल्ड कप शुरू होने जा रहा है. टीम इंडिया अपना ओपनिंग मैच 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से खेलेगी. ये मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम (चेपॉक स्टेडियम) में खेला जाएगा. इस मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अबतक तीन वनडे मैच खेले गए हैं और इसमें से दो में ऑस्ट्रेलिया और एक में भारत ने बाजी मारी है. दोनों टीमें के बीच इस मैदान पर वर्ल्ड कप का भी एक मैच खेला गया था. 1987 के विश्व कप में हुए इस मुकाबले में रोमांच की सारी हदें पार हो गईं थीं और भारत करीब पहुंचकर 1 रन से मैच हार गया था. इसमें भारतीय कप्तान कपिल देव की दरियादिली की भी हिस्सेदारी थी. वो कैसे आइए आपको बताते हैं.

1987 के विश्व कप में चेन्नई में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टक्कर हुई थी. ये भारत का विश्व कप का पहला मैच था. इसमें भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. ज्योफ़ मार्श की 110 रन की शतकीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में कुल 270 रन बनाए थे. भारत को 271 रन का टारगेट मिला था. इस टारगेट का पीछा करते हुए सुनील गावस्कर और श्रीकांत ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई थी. भारत को पहला झटका 69 रन के स्कोर पर लगा था. इसके बाद तीसरे नंबर पर नवजोत सिंह सिद्धू बैटिंग के लिए आए और उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू कर दी. एक समय भारत ने 2 विकेट पर 207 रन बना लिए थे. जीत करीब नजर आ रही थी लेकिन सिद्धू (73) के आउट होते ही पूरी भारतीय पारी लड़खड़ा गई और 1 गेंद रहते पूरी टीम 269 रन पर ऑल आउट हो गई थी.

इस तरह भारत 1987 वर्ल्ड कप का अपना पहला मैच 1 रन से हार गया. हालांकि, मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया जब बैटिंग कर रहा था तब कप्तान कपिल देव ने दरियादिली दिखाई थी. हुआ यूं था कि डीन जोंस ने मनिंदर सिंह की गेंद पर एक शॉट मारा, रवि शास्त्री ने कैच लपकने की कोशिश की थी. लेकिन सफल नहीं हुए. इसके बाद ये तय करने में कि ये चौका था या छक्का, बहस शुरू हो गई. शास्त्री और भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे के मुताबिक, ये चौका था लेकिन जोंस छक्के का दावा करते रहे. विवाद बढ़त देख अंपायर ने भारतीय कप्तान कपिल से बात की.

अब इसे कपिल देव की दरियादिली कहें उन्होंने अपने खिलाड़ियों की बात का वजन न देते हुए ऑस्ट्रेलियाई बैटर डीन जोंस की बात मान ली और फिर अंपायर ने जोंस के शॉट को छक्का करार दे दिया. इस तरह ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 268 से बढ़कर 270 हो गया और आखिर में इस 2 रन के कारण हार-जीत तय हुई.

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