मणिपुर: ‘अंतिम संस्कार के लिए ढूंढें’, जिन युवाओं के शवों की तस्वीर वायरल, उनके माता-पिता की सरकार से गुहार

इंफाल
18 वर्षीय लड़की के पिता हिजाम कुलजीत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें केवल आखिरी बार अपने बच्चों का चेहरा देखना हैं, जिससे की वह उनका अंतिम संस्कार कर सके।
इंफाल घाटी में दो युवाओं की मौत के बाद उनके शवों की तस्वीरें वायरल होने पर दो दिनों तक जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद गुरुवार को बच्चों के माता-पिता ने अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों से अपने बच्चों के अवशेष का पता लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने इस मामले में सीबीआई के शामिल होने से मौत के रहस्य सुलझने की उम्मीद जताई है।
18 वर्षीय लड़की के पिता हिजाम कुलजीत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हम केवल आखिरी बार अपने बच्चों का चेहरा देखना चाहते हैं, जिससे की हम उनका अंतिम संस्कार कर सके। इस नुकसान की भरपाई कोई भी नहीं कर सकता। मैतेई रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए हमें केवल उनके पहने हुए कपड़े का एक छोटा टुकड़ा की जरूरत होगी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘जब भी मैं उसकी तस्वीर देखता हूं मैं पूरी तरह से बेचैन हो जाता हूं। मैं शांति नहीं ढूंढ पा रहा हूं। उसकी मं सुधबुध खो चुकी है।’
हालांकि इस घटना में मारे गए लड़के के परिवारवालों का भी यही हाल है। लड़के की मां ने बताया कि वह अपे बेटे के लिए रोज खाना बनाकर रखती है। उन्होंने आगे कहा, ‘पूरे ढाई महीने हो गए और मैंने अबतक अपने बेटे का कंबल साफ नहीं किया, क्योंकि मुझे उसमें से उसकी खुशबु आती है।’
गृह मंत्री ने दिया आश्वासन
यह घटना छह जुलाई की है, जब दोनों युवाओं को आखिरी बार बिष्णुपुर जिले के नमबोल में देखा गया था। पुलिस को उनका मोबाइल फोन लामदान में मिला। बुधवार को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया है कि जिसने भी दोनों युवाओं की हत्या की है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जएगी। इस मामले की जांच के लिए सीबीआई के विशेष निदेशक अजय भटनागर की टीम राज्य में पहुंच चुकी है।
युवाओं के मौत की घटना के बाद इंफाल घाटी में दो दिनों तक विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें करीब 60 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद बुधवार शाम चार बजे से जिले में कर्फ्यू की छूट को अनियमित समय के लिए रद्द कर दिया गया है।