बुजुर्ग महिला को कर्मचारियों ने कागजों में मार डाला, पेंशन बंद हुई तो पहुंची DM के पास, बोली-अभी जिंदा हूं
टोंक जिले के बनवाड़ा ग्राम पंचायत की रहनेवाली एक बुजुर्ग महिला को सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते कागजों में मृत बताकर उसकी विधवा पेंशन बंद कर दी गई है. स्याणी देवी अपने जिंदा होने का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कलेक्टर से जिंदा होने का प्रमाण पत्र जारी कर विधवा पेंशन शुरू कराने की मांग की है.
टोंक के बनवाड़ा ग्राम पंचायत में सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक बुजुर्ग महिला को मृत बताकर उसकी विधवा पेंशन बंद कर दी गई है.
टोंक
राजस्थान के टोंक जिले में सरकारी सिस्टम की लापरवाही के चलते एक जिंदा महिला को कागजों में मृत घोषित करने का मामला सामने आया है. पीपलू के बनवाड़ा ग्राम पंचायत की रहने वाली स्याणी देवी ने कलेक्टर चिन्मयी गोपाल से जिंदा होने का प्रमाण पत्र देकर विधवा पेंशन चालू कराने की मांग की है. स्याणी देवी को 2013 से विधवा पेंशन मिल रही थी, लेकिन पिछले 8-9 महीने से पेंशन मिलना बंद हो गई है.
महिला ने जब पीपलू पेंशन कार्यालय पहुंचकर पेंशन बंद होने की जानकारी मांगी तो जबाव सुनकर उसके होश उड़ गए. दफ्तर में मौजूद बाबू ने बुजुर्ग महिला को सरकारी कागजों में मरा हुआ बताकर पेंशन बंद होने की जानकारी दी. महिला ने सरकारी कर्मचारियों के सामने स्वंय मौजूद होने की बात कही तो उसे जिंदा होने का प्रमाण पत्र जमा कराने को कहा. अब बुजुर्ग महिला खुद के जिंदा होने का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही है. लेकिन अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.
प्रमाण पत्र जारी कराने कलेक्टर से लगाई गुहार
स्याणी देवी ने बताया कि वो खुद के जिंदा होने का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान हो चुकी है. वह पेंशन कार्यालय में प्रमाण पत्र जमा कराकर विधवा पेंशन शुरू कराना चाहती है. लेकिन सरकारी कर्मचारी उसका प्रमाण पत्र नहीं बना रहे हैं. इसलिए वह सारे दस्तावेज लेकर कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के पास आई थी ताकि जल्द से जल्द उसके जिंदा होने का प्रमाण पत्र बन सके और उसकी विधवा पेंशन शुरू हो सके. साथ ही महिला ने दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.
3 दिन पहले सादुलपुर में महिला को बताया था मृत
चूरू जिले के सादुलपुर के पास बेरासर छोटा गांव में एक महिला को सरकारी रिकॉर्ड में मृत बताकर उसकी विधवा पेंशन रोकने का मामला सामने आ चुका है. बेरासर की रहने वाली तीजा देवी के पति फूलाराम की मृत्यु 10 साल पहले हो गई थी. उसे 2003 से वृद्धा पेंशन मिल रही थी लेकिन जनवरी 2023 में उसकी पेंशन बंद कर दी गई. जब महिला ने पेंशन का ऑनलाइन पीपीओ निकलवाया तो पता चला कि पंचायत समिति ने उसे मृत बताकर उसकी पेंशन बंद कर दी है.