वीडियो में मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव में एक निजी स्कूल की शिक्षिका को कक्षा दो के छात्रों से असहाय बच्चे को मारने के लिए कहते देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में एक शिक्षिका द्वारा कथित तौर पर अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कहने का वीडियो वायरल होने के बाद राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक रूप से इसकी निंदा करेंगे और शिक्षक पर मुकदमा चलाया जाएगा या “नफरत” की संस्कृति को पनपने दिया जाएगा।
वीडियो में कथित तौर पर एक स्कूल शिक्षिका को अपने छात्रों से एक लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कहते हुए दिखाया गया है, जिसे वह “मोहम्मद” समुदाय के रूप में संदर्भित करती हुई सुनाई दे रही है और समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रही हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी घटना की निंदा की है।
वीडियो में मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव में एक निजी स्कूल की शिक्षिका को कक्षा दो के छात्रों से असहाय बच्चे को मारने के लिए कहते देखा जा सकता है। एक्स पर एक पोस्ट में सिब्बल ने इसे “नफरत की संस्कृति” बताया और कहा कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक निजी स्कूल के शिक्षक ने हिंदू छात्रों से कक्षा में एक मुस्लिम छात्र की पिटाई करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, अगर यह सच है, तो क्या योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) बोलेंगे? क्या मोदी जी सार्वजनिक रूप से इसकी निंदा करेंगे? क्या शिक्षक पर मुकदमा चलाया जाएगा? या ‘नफरत’ की संस्कृति को पनपने दिया जाएगा?”
सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। उन्होंने अन्याय से लड़ने के उद्देश्य से एक गैर-चुनावी मंच ‘इंसाफ’ बनाया है।
बसपा सांसद दानिश अली ने भी घटना की निंदा की। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने एक्स पर कहा, पिछले हफ्ते, भारत में एक शिक्षक को अपनी नौकरी खोनी पड़ी, क्योंकि उन्होंने अपने छात्रों से शिक्षित नेताओं को वोट देने के लिए कहा था। अब, उत्तर प्रदेश में एक शिक्षिका को माफी मांगने के बाद छोड़ दिया गया है, जबकि उसने अपनी कक्षा में एक छात्र को इसलिए पिटवाया क्योंकि वह मुस्लिम था। यह नफरत का अपराध है। डब्ल्यूसीडी (महिला एवं बाल विकास) मंत्री कहां हैं, योगी का बुलडोजर कहां है?
घटना पर संज्ञान लेते हुए सर्किल ऑफिसर रविशंकर ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, वायरल वीडियो की जांच की गई और प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि स्कूल का काम पूरा नहीं करने पर बच्चे की पिटाई की गई। वीडियो में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी सुनी जा सकती हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं और आगे की कार्रवाई की जाएगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला ने कहा कि छात्रों के अलावा वीडियो में दो और लोग भी नजर आ रहे हैं, जिनमें से एक शिक्षिका है, जबकि दूसरे व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था, दोनों व्यक्तियों के खिलाफ और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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