संजीव कुमार की शबाना आजमी से हो जाती शादी पर मां को नहीं चाहिए थी मुस्लिम बहू

Sanjeev Kumar Biography: संजीव कुमार को प्यार में अनलकी माना जाता है। उनकी लाइफ में कई लड़कियां आईं और शादी तक आते-आते रिश्ता टूट गया। शबाना आजमी से शादी में उनका धर्म आड़े आ गया था।
,मुंबई
संजीव कुमार के 84वें बर्थडे यानी 9 जुलाई को उनकी बायोग्राफी रिलीज हुई। इसमें उनकी जिंदगी के कई अनछुए पहलुओं का खुलासा किया गया है। बायोग्राफी को रीता राममूर्ति गुप्ता और संजीव के भतीजे उदय जरीवाला ने मिलकर लिखा है। संजीव कुमार को प्यार में अनलकी कहा जाता है। उनकी जिंदगी में कई लड़कियां आईं लेकिन शादी तक आते-आते बात बिगड़ गई। हेमा मालिनी के साथ उनके प्यार का किस्सा मशहूर है। वह सायरा बानो, नूतन और शबाना आजमी को भी काफी पसंद करते थे पर शादी नहीं हो सकी।
मां बीच में न आतीं तो हो जाती शादी
संजीव कुमार की बायोग्राफी हाल ही में लॉन्च हुई है। इसमें लिखे उनकी पर्सनल लाइफ के किस्से सुर्खियों में हैं। किताब में शबाना आजमी संग उनके रिलेशन का भी जिक्र है। इसमें बताया गया है कि अगर संजीव कुमार की मां बीच में न आई होतीं तो वह शबाना आजमी से शादी कर लेते। बायोग्राफी में संजीव कुमार के 1979 के इंटरव्यू को लिया गया है। यह उन्होंने स्टारडस्ट मैगजीन को दिया था।
शादी करता तो छोड़ना पड़ता घर
संजीव ने कहा था, मैं शबाना को फिल्म लाइन की किसी भी लड़की से सबसे ज्यादा समय से जानता था। मैं पहले उनकी मां शौकत के साथ भी स्टेज पर काम कर चुका था। मैं शबाना को तबसे जानता था जब वह फिल्मों में भी नहीं थीं। उस वक्त वह मेरे लिए उनका प्यार भले अल्हड़पन वाला रहा हो लेकिन हमारी शादी हो जाती अगर मेरी मां मना करने पर अड़ न गई होतीं। मेरी मां वैसे सब कुछ बर्दाश्त कर सकती थीं लेकिन मुस्लिम बहू न लाने की जिद पर अड़ी थीं। अगर मैं शबाना से शादी करता तो मुझे घर छोड़ना पड़ता और मैं ऐसा कर नहीं सकता था।
कभी हेमा मालिनी से बेइंतहा प्यार करते थे संजीव कुमार, लेकिन फिर जिंदगी भर रहे अकेले
संजीव कुमार की आज बर्थ एनिवर्सरी है। संजीव कुमार ऐसे एक्टर थे जो जितना अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहते थे, उससे ज्यादा वह अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियों में रहते थे।

बुक में बताया है, दोनों के बीच इसके बाद बॉन्ड बन गया था। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। हालांकि दोनों का प्यार, शादी में बदलते-बदलते रह गया। बुक में बताया है कि दिक्कत संजीव कुमार के परिवार की तरफ से आई क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि शादी के बाद हेमा मालिनी काम करे। उन्हें हेमा मालिनी तो पसंद थीं क्योंकि जब भी वह उनसे मिलती थीं तो वह हमेशा उनके पैर छूते थीं और सर पर पल्लू रखती थीं।
वहीं हेमा मालिनी की मां को भी संजीव कुमार का परिवार पसंद नहीं था क्योंकि उन्हें पसंद नहीं था संजीव के परिवार का एक्ट्रेस का शादी के बाद काम ना करने पर। इसके बाद चीजें ठीक नहीं हुई। बुक में बताया कि इस दौरान सबके बीच काफी गलतफमियां हो गई थीं और किसी ने भी कॉम्प्रोमाइज नहीं किया।
वहीं हेमा ने कुछ सालों बाद एक इंटरव्यू में संजीव को लेकर बात की थी और एक बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने कहा था, संजीव कुमार चाहते थे कि शादी के बाद पत्नी घर पर ही रहे और उनकी मां का ध्यान रखे और उन्हें सपोर्ट करे। लेकिन उन्हें जज करने से पहले बता दूं कि उस वक्त लोग महिलाओं को लेकर यही सोचते थे कि शादी के बाद वह काम नहीं करेंगी।
वैसे इसके बाद हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र से शादी कर ली थी। वहीं संजीव कुमार अकेले ही रहे।