पीएम मोदी ने इतिहास को याद करते हुए कहा कि कुछ लम्हें ऐसे होते हैं जिनका प्रभाव हमेशा रहता है जो कि शुरुआत में महज छोटी सी घटना लगती है, लेकिन वो समस्या की बड़ी जड़ बन जाती है. घटना छोटी क्यों न हो, लेकिन अपना प्रभाव नहीं छोड़ती. आजादी को पाने के लिए मर-मिटने वालों की बड़ी फौज तैयार हो गई थी. गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने में लगे थे. आजादी के अमृतकाल में कालखंड में जो कदम उठाएंगे. देश को सशक्त बनाने का संकल्प लें. आज पूरे विश्व में कई देशों की उम्र ढलाव पर है जबकि भारत युवाओं की बदौलत आगे बढ़ रहा है. पीएम ने कहा कि ना हमें रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है. हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे. वो 1000 साल तक भारत की दिशा निर्धारित करने वाला है. पीएम मोदी ने कहा कि युवा शक्ति मेरा भरोसा है. आज हमारे युवाओं ने दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को अलग पहचान दिला दी है.
आज इस ताकत को देख दुनिया दंग रह गई है. आने वाला युग तकनीक का रहने वाला है. हमारे छोटे शहर आकार और आबादी में छोटे हो सकते हैं लेकिन इनका प्रभाव किसी से कम नहीं है. अवसरों की कमी नहीं है, आप जितने चाहेंगे ये देश उससे ज्यादा मौके देने का माद्दा रखता है.देश आज कृषि क्षत्रे में आगे बढ़ रहा है. देश जो आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है, उसके पीछे मेरे देश के मजदूरों का बड़ा योगदान है, ये मेरे परिवारजन इन सभी का सम्मान करते हैं. भारत का सामर्थ्य विश्वास की नई बुलंदियां पार करने वाली है. भारत की डॉयवर्सिटी को दुनिया अचम्भे से देख रही है. अब भारत रुकने वाला नहीं है. दुनिया की हर रेटिंग एजेंसी भारत का गौरव कर रही है. कोरोना के बाद दुनिया नए स्तर पर सोचने लगी. आज जो भारत ने कमाया है वो दुनिया में स्थिरता की गांरटी लेकर आया है. विश्वास बन चुका है अब गेंद हमारे पाले में है और हमें ये अवसर गंवाना नहीं चाहिए. किसान भाइयों का पुरुषार्थ है कि आज देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, सरकार के प्रति जन जन का विश्वास और विश्व का भारत के प्रति विश्वास. बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है, आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं. स्थिर सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए और 30 साल के अनिश्चितता के कालखंड के बाद देश के लोगों ने एक स्थिर सरकार दी, 2014 और 2019 में एक पूर्ण बहुमत वाली, स्थिर सरकार बनाई तो मोदी में सुधार की हिम्मत आई. जब आपने एक मजबूत सरकार ‘फार्म’ (गठित) की तो मोदी ने ‘रिफॉर्म’ (सुधार) किया, नौकरशाही ने ‘परफॉर्म’ (अच्छा काम) किया तथा जनता जुड़ गई तो ‘ट्रांसफार्म’ (बदलाव) हुआ. विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति विश्वास पैदा हुआ है, मेरी सरकार और मेरी देशवासियों का मान ‘राष्ट्र प्रथम’ के वाक्य से जुड़ा है. हमने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है.
जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, तब केवल देश की तिजोरी ही नहीं भरती है बल्कि देश का सामर्थ्य भी बढ़ता है. मैं तिरंगे को साक्षी मानकर अपने देशवासियों को 10 साल का हिसाब दे रहा हूं. हम विश्वकर्मा जयंती के मौके पर ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू करेंगे. हम देश में 25 हजार जन औषधि केंद्र बनाने के लक्ष्य को लेकर काम करेंगे. आज दुनिया महंगाई की समस्या से जूझ रही है, हम जब सामान बाहर से मंगाते हैं तब महंगाई भी आती है, देश में महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा. यह मोदी की गारंटी है कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. हम जिन योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, उनका उद्घाटन भी करते हैं, इन दिनों जिन योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं, उसका भी उद्घाटन करना आपने (जनता ने) हमारे लिए रख छोड़ा है. यह काम करने वाली सरकार है, यह नया भारत है.. यह भारत न रूकता है, न हांफता है.
आज देश में आतंकी हमलों में कमी आई है, नक्सली घटनाएं बीती बात हो गई हैं. कोविड महामारी के बाद एक नयी वैश्विक व्यवस्था, एक नया भू राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. हमें संतुलित विकास पर बल देना है, क्षेत्रीय अकांक्षाओं को पूरा करना है. आज झुग्गी-झोपड़ी से निकले बच्चे दुनिया में पराक्रम दिखा रहे हैं, छोटे-छोटे गांव, कस्बे के नौजवान, हमारे बेटे-बेटियां आज कमाल दिखा रहे हैं. हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, लोगों को सशक्त बनाना और भारत को विकसित देश बनाना है. हमने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा किए, हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए हमने जल जीवन मिशन पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो, हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण पर लगाये हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य दो करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का है. हमारे देश के युवाओं ने दुनिया के पहले 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिलाया और भारत के इस सामर्थ्य को देखकर विश्व के युवाओं को आश्चर्य हो रहा है. हमें तीन बुराइयों- भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है. हमारी नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत पर कोई सवालिया निशान नहीं है लेकिन मुद्दे हैं जिस पर मैं लाल किले की प्राचीर से देश की जनता से मदद तथा आशीर्वाद मांग रहा हूं. वर्ष 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा तब भारत का तिरंगा विकसित भारत का तिरंगा झंडा बने. 2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, यह ऐसे ही नहीं हुआ है, हमने लीकेज बंद किया, मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई, गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने का प्रयास किया.
हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था. वर्ष 2047 के सपनों को साकार करने का सबसे महत्वपूर्ण काल अगले पांच साल हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई दी और उनसे वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को और सशक्त बनाने का आह्वान किया. पीएम मोदी ने मंगलवार को 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई दी और उनसे वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को और सशक्त बनाने का आह्वान किया. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर कहा, “आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. आइए, इस ऐतिहासिक अवसर पर अमृतकाल में विकसित भारत के संकल्प को और सशक्त बनाएं, जय हिंद!” स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले का खास समारोह कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया जा रहा है.
दिल्ली को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस ने कहा कि मंगलवार को पूरी दिल्ली में कई स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसमें 10,000 से अधिक कर्मी ऐतिहासिक लाल किले और उसके आसपास के क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं. इसी जगह यानि लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया. दिल्ली पुलिस ने 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है. दिल्ली की सुरक्षा में 40,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है.