क्राइम

ब्रिटिश टीचर ने भारतीय बच्‍चों से बनवाई डर्टी पिक्‍चर! जांच एजेंसी के खुलासे पर हुई 12 साल की सजा, जानें पूरा मामला

ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) ने इस पूर्व टीचर को बीते साल गिरफ्तार किया था. अब अदालत ने उसे 12 साल कैद की सजा सुनाई है. वो भारतीय बच्‍चों से संपर्क कर उनसे अश्‍लील वीडियो बनवाता था, जिसके बदले मोटी रकम दी जाती थी.

नई दिल्‍ली

लंदन की एक जिला अदालत ने भारतीय बच्‍चों से यौन शोषण से जुड़े मामले में ब्रिटेन के  एक पूर्व प्राइमरी स्‍कूल के टीचर को 12 साल कैद की सजा सुनाई है. दोषी की पहचान दक्षिण लंदन के ईस्ट डलविच के रहने वाले मैथ्यू स्मिथ के रूप में हुई. ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (NCA) का कहना है कि 35 साल के स्मिथ को पिछले साल नवंबर में अरेस्‍ट किया गया था. जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि वो 17-18 साल के भारतीय बच्‍चों से संपर्क करता और रुपये के एवज में इन्‍हें 13 साल से कम उम्र के छोटे बच्‍चों के साथ यौन शोषण कर, उनके फोटो व वीडियो मुहैया कराने के लिए कहता था.

जांच एजेंसी का कहना है कि मैथ्यू स्मिथ में पीड़ित बच्‍चों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है. उसने कम उम्र के युवकों को बच्चों के साथ दुर्व्यवहार के लिए मजबूर किया. दोषी शख्‍स ऐसे मौकों की तलाश में रहता, जिसके तहत वो भारतीय बच्चों तक अधिक से अधिक पहुंच बना सके. जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि पूर्व टीचर स्मिथ अपनी गिरफ्तारी के वक्‍त भी ऑनलाइन था और वो भारत में रहने वाले एक कम उम्र के बच्‍चे से बातचीत कर रहा था. वो इस बच्‍चे को मोटी रकम ऑफर कर बदले में एक अन्‍य छोटे बच्चे की यौन तस्वीरें भेजने के लिए कह रहा था. स्मिथ के कंप्यूटर पर डार्क वेब भी खुला था.

एनसीए की तरफ से कहा गया कि मैथ्यू स्मिथ बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा है. यह सुनिश्चित किया गया है कि वो लंबा वक्‍त जेल में बिताए. उसके चैट और बैंक स्‍टेटमेंट की जांच की गई, जिसमें पता चला कि वो भारत में रहने वाले एक किशोर को बच्चों के यौन शोषण के लिए कुल 65,398 पाउंड दे भी चुका था. वो रुपये के एवज में यौन कृत्य करने का निर्देश देता था. इतना ही नहीं वो उदाहरण के रूप में उन्‍हें फोटो और वीडियो भी भेजा करता था. बच्‍चों को दी गई फोटो और वीडियो के जैसी ही हरकत नए बच्‍चों के साथ करने के लिए कहा जाता था. एनसीए की तरफ से यह भी बताया गया कि उन्‍होंने आरोपी के खिलाफ जांच के दौरान भारतीय एजेंसियों से संपर्क किया. जानकारी साझा कर इन पीड़ित बच्‍चों की पहचान कर, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया.

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button