हैवान हेड मास्टर: छात्राओं को घर ले जाकर करता था हैवानियत, मोबाइल ने खोले राज, FSL रिपोर्ट में हुआ खुलासा

राजस्थान के डूंगरपुर जिले के सदर थाना इलाके में सरकारी स्कूल की मासूम छात्राओं से हैवानियत करने वाले हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा की सभी करतूतों का खुलासा हो गया है. हेड मास्टर के मोबाइल की एफएसएल जांच में उसकी दिल को दहला देने वाली करतूतों का राजफाश हुआ है. पुलिस सोमवार को आरोपी के खिलाफ 1500 पेज की चार्जशीट पेश करेगी.
-आरोपी हेड मास्टर रमेशचंद कटारा स्कूल में पढ़ने वाली 6 से 9 साल की मासूम बच्चियों को शिकार बनाता था.
डूंगरपुर
.डूंगरपुर जिले के सदर थाना इलाके में सरकारी की स्कूल की मासूम बच्चियों से हैवानियत करने वाले हेड मास्टर के मोबाइल ने दिल को दहला देने वाले राज खोले हैं. आरोपी हेड मास्टर के पुलिस की ओर से जब्त किए गए मोबाइल की एफएसएल रिपोर्ट आ गई है. इस रिपोर्ट से पुलिस को हेड मास्टर की हैवानियत का ताजा सबूत मिले हैं. मोबाइल से पुलिस ने मासूम बच्चियों के कई नग्न फोटो रिकवर किए हैं. मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी हेड मास्टर ने पुलिस से बचने के लिए इन फोटोज को डिलीट कर दिया था. पुलिस 24 जुलाई को 8 मासूम बच्चियों से यौन शोषण के मामले में 1500 पेज की चार्जशीट पेश करेगी. इसे लेकर एसपी कुंदन कवरिया ने आदेश दे दिए हैं.
डूंगरपुर पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि सदर थाना इलाके के एक गांव में सरकारी स्कूल के हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा की हैवानियत का मामला बीते 31 मई को सामने आया था. गर्मियों की छुट्टियों के बाद भी हेड मास्टर रमेशचंद कटारा स्कूल में पढ़ने वाली 6 से 9 साल की मासूम बच्चियों को स्कूल बुलाता था. इसके बाद हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा बच्चियों को खिलाने के बहाने अपने कमरे में ले जाकर उनके साथ शारीरिक शोषण करता था.
आरोपी छात्राओं को अपने घर भी ले जाता था
हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा छोटी बच्चियों को गाड़ी में बैठाकर 10 किमी दूर अपने घर भी ले जाता. घर में भी बच्चियों से हैवानियत करता था. हैवानियत के बाद हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा बच्चियों को जान से मारने के लिए डराता धमकाता था. मामला सामने आने के बाद सदर थाना पुलिस ने आरोपी हेड मास्टर के खिलाफ केस दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा को सस्पेंड कर दिया था.
मोबाइल से मिले फोटो होंगे खास सबूत
जांच अधिकारी डीएसपी राकेश शर्मा ने बताया की आरोपी हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा के मोबाइल फोन को जब्त कर जांच के लिए एफएसएल भेजा गया था. करीब डेढ़ महीने बाद पुलिस को मोबाइल फोन की एफएसएल रिपोर्ट मिल गई है. आरोपी हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा के मोबाइल से कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं. एफएसएल जांच में पुलिस को मोबाइल से मासूम बच्चियों के बिना कपड़ों के फोटो रिकवर किए गए हैं.
आरोपी ने फोटो डिलीट कर दिए थे
ये फोटो आरोपी हेड मास्टर के घर के हैं. लेकिन मामला पुलिस में आने के बाद हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा ने ये फोटो मोबाइल से डिलीट कर दिए थे. पुलिस ने एफएसएल रिपोर्ट के साथ फोटो को भी चालान रिपोर्ट के साथ जोड़ दिया है. पुलिस को अब तक मासूम बच्चियों के बायो मेडिकल जांच की एफएसएल रिपोर्ट नहीं मिली है. उस रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस की ओर भी कई सबूत मिल जाएंगे.
1500 पेज की चार्जशीट तैयार की है
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 1500 पेज की चार्जशीट तैयार की है. उसमें करीब 1000 पेज की मोबाइल फोन की लोकेशन डिटेल है. हेड मास्टर छुट्टियों के दिन भी अपने गांव से स्कूल जाता था. लोकेशन रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हो गई है. मासूम बच्चियों के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और घटना से जुड़े सबूत पुलिस की ओर से लगाए गए हैं.
मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लिया जाएगा
एसपी कुंदन कवरिया ने बताया की मामले की गंभीरता को देखते हुए कड़े सबूत जुटाए गए हैं. सदर थाना पुलिस को चालान पेश करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं. आरोपी हेड मास्टर रमेशचंद्र कटारा को 24 जुलाई को जेल से कोर्ट में पेश किया जाएगा. उसी दिन पुलिस की ओर मामले में चालान भी पेश किया जाएगा. इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेकर जल्द से जल्द फैसला करवाने के प्रयास किए जाएंगे.