बालासाहेब को गिरफ्तार करवाने वाले की गोद में बैठे हैं’, उद्धव ठाकरे का शिंदे गुट पर निशाना, BJP और अजित पवार को घेरा
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, अब पार्टी भाग रही है. पार्टी भले ही भाग जाए, लेकिन लोगों में जोश है. आज मेरा स्वागत हुआ है. लोग कहते हैं चिंता मत करो, हम आपके साथ हैं. मेरे दौरे के दौरान सार्वजनिक रूप से बोलने पर कोई रोक नहीं है.’
यवतमाल
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दायरे में रहकर ही शिवसेना के दोनों गुटों के विधायकों के खिलाफ दायर याचिकाओं पर निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो वे शीर्ष न्यायालय से न्याय की मांग करेंगे. ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्देश दिए हैं, स्पीकर उसके खिलाफ जाकर कुछ करेंगे ऐसा लगता नहीं है.
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने 8 जुलाई को बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 40 विधायकों और उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं पर उनसे जवाब मांगा गया है. ठाकरे इसी से जुड़े एक सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे.
यवतमाल में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ ही वरिष्ठ नेता छगन भुजबल पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि एनसीपी बाजार को वैसे ही देखती है जैसी वह है.
ठाकरे ने कहा, ‘पहले राजनीति में पार्टी बंटती थी, अब पार्टी भाग रही है. पार्टी भले ही भाग जाए, लेकिन लोगों में जोश है. आज मेरा स्वागत हुआ है. लोग कहते हैं चिंता मत करो, हम आपके साथ हैं. मेरे दौरे के दौरान सार्वजनिक रूप से बोलने पर कोई रोक नहीं है. मातोश्री में अधिकारी रोज मुझसे मिलने आते हैं, लेकिन अब बारिश हो रही है तो मैंने सोचा कि बैठक करने की बजाय मुझे क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलना चाहिए.’
गौरतलब है कि शीर्ष अदालत ने 11 मई को अपने फैसले में कहा था कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने रहेंगे. अदालत ने कहा था कि वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को बहाल नहीं कर सकती, क्योंकि शिंदे के विद्रोह के मद्देनजर शिवसेना नेता ने शक्ति परीक्षण का सामना किए बिना इस्तीफा देने का फैसला किया था.
उद्धव ठाकरे ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि बीजेपी को दूसरों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि उनके बारे में बात करने के लिए फिर कुछ नहीं बचेगा. शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को पहले अपना घर देखना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘भाजपा भुजबल की गोद में जा बैठी है, जिन्होंने बाला साहेब को गिरफ्तार कराया था.’