धर्म

महाशिवरात्रि पर रुद्राक्ष धारण करते समय इन 4 बातों का रखें ध्यान, वरना……?

पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह के कष्टों को खत्म करना चाहता है तो उसे रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. लेकिन रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसके नियम जानना बेहद जरूरी है. इन नियमों का पालन न करने से शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होगी.

अयोध्या

फाल्गुन माह शुरू होते ही शिव भक्तों को महाशिवरात्रि का इंतजार बेसब्री से रहता है. शिव भक्त महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए अनेक प्रकार के उपाय करते हैं. यह दिन शिव की भक्ति और शक्ति के मिलन का दिन माना गया है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इसी तिथि पर भगवान शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था. भगवान शंकर से जुड़े हुए कार्य करने के लिए शिवरात्रि का दिन बहुत अच्छा माना गया है.

धार्मिक ग्रंथो के अनुसार भगवान शिव का ही अंश रुद्राक्ष है. जिसे धारण करने के लिए शिवरात्रि से अच्छा दिन कोई नहीं माना जाता. धार्मिक मान्यता के अनुसार रुद्राक्ष को धारण करने के लिए अमावस्या, पूर्णिमा, सावन का सोमवार और शिवरात्रि का दिन सबसे उत्तम होता है. ऐसी स्थिति में अगर आप भी शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष को धारण करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. आज हम आपको बताएंगे की महाशिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष को धारण करने के लिए क्या करना चाहिए. किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए.

अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि रुद्राक्ष को भगवान शंकर का अंश माना गया है और रुद्राक्ष को धारण करने के लिए अमावस्या, पूर्णिमा, महाशिवरात्रि और सावन का सोमवार बहुत शुभ माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष को गले या कलाई में धारण करना अच्छा माना गया है. अगर नियम पूर्वक रुद्राक्ष को धारण किया जाए तो भगवान शंकर के साथ माता पार्वती की विशेष कृपा बनी रहती है.

इस मंत्र के जाप के बाद धारण करें रुद्राक्ष
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अगर आप रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं तो रुद्राक्ष को गले अथवा कलाई में धारण करना अच्छा माना जाता है. रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसे दूध अथवा सरसों के तेल में अच्छी तरह साफ करना चाहिए. उसके बाद धारण करते समय भगवान शिव के अमोघ मंत्र का जाप के साथ धारण करना चाहिए.

इन बातों का रखें ध्यान
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अगर आप रुद्राक्ष धारण कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. अगर आप रुद्राक्ष को हाथ में धारण कर रहे हैं तो काले धागे में कभी भी रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए. इसके साथ ही किसी को उपहार के रूप में रुद्राक्ष नहीं देना चाहिए, न ही रुद्राक्ष को किसी को देना चाहिए और ना ही लेना चाहिए. इसके अलावा रुद्राक्ष धारण करके मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.

इन जगहों पर नहीं धारण करना चाहिए रुद्राक्ष
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक माना जाता है कि रुद्राक्ष को कभी भी शमशान घाट पर पहनकर नहीं जाना चाहिए. इसके अलावा घर में नवजात के जन्म के दौरान भी रुद्राक्ष धारण करने से बचना चाहिए. साथ ही महिलाओं को मासिक धर्म में रुद्राक्ष नहीं धारण करना चाहिए. इसके अलावा समय-समय पर रुद्राक्ष को गंगाजल से साफ करना चाहिए ताकि उसकी शुद्धता बनी रहे.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का  CRIME CAP NEWS व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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