मनोरंजन

‘जरा हटके, जरा बचके’ : न हटके, न बचके, सीधे म‍िड‍िल क्‍लास के सपनों को छूती है व‍िक्‍की कौशल की ये फिल्‍म

व‍िक्‍की कौशल (Vicky Kaushal) और सारा अली खान (Sara Ali Khan) की फिल्‍म ‘जरा हटके, जरा बचके’ आज स‍िनेमाघरों में र‍िलीज हो गई है. प्रोड्यूसर द‍िनेश व‍िजान अक्‍सर छोटे शहरों वाली और मध्‍यम वर्ग की कहान‍ियां पर्दे पर लाते रहे हैं और ऐसी कहान‍ियों की दर्शकों के द‍िल में एक अलग ही जगह होती है.

स‍िनेमा पर नई जोड़‍ियां दर्शकों के बीच हमेशा ही उत्‍साह का कारण बनती हैं. ऐसी ही एक नई जोड़ी है व‍िक्‍की कौशल और सारा अली खान की, जो फिल्‍म ‘जरा हटके, जरा बचके’ के जर‍िए पहली बार दर्शकों को नजर आने वाली है. न‍िर्देशक लक्ष्‍मण उतेकर की ये फिल्‍म आज स‍िनेमाघरों में र‍िलीज हो गई है. प्रोड्यूसर द‍िनेश व‍िजान अक्‍सर छोटे शहरों वाली और मध्‍यम वर्ग की कहान‍ियां पर्दे पर लाते रहे हैं और ऐसी कहान‍ियों की दर्शकों के द‍िल में एक अलग ही जगह होती है. आइए, आपको बताते हैं कि व‍िक्‍की और सारा की ये मिड‍िल क्‍लास कहानी आपका क‍ितना मनोरंजन करती है.

क्‍या कहती है कहानी
सबसे पहले कहानी की बात करें तो इंदौर के कपिल दुबे (व‍िक्‍की कौशल) और सौम्‍या दुबे, नहीं सौम्‍या चावला दुबे (सारा अली खान) अपनी मम्‍मी-पापा के साथ एक छोटे से घर में रहते हैं. कपिल योगा स‍िखाता है और सौम्‍या एक कॉच‍िंग क्‍लास में पढ़ाती है. इस घर में कपिल के मामा-मामी भी आ गए हैं, यही हैं असली परेशानी की जड़. घर इतना छोटा है कि मामा-मामी के चक्‍कर में दोनों को हॉल में सोना पड़ता है और फिर से शादीशुदा जोड़े को क‍िस-क‍िस परेशानी से जूझना पड़ता है, उसका तो आप अंदाजा लगा ही सकते हैं. प्राइवेसी ढूंढने के चलते ये जोड़ा कई बार लॉज में जाकर समय ब‍िताता है. इसी परेशानी का हल ढूंढने के लिए ये जोड़ा एक जुगाड़ करता है और इसी जुगाड़ के चक्‍कर में ये तलाक तक ले लेता है. लेकिन आखिर एक-दूसरे के प्‍यार में ढूबा ये कपल क्‍यों तलाक ले रहा है, कहानी आखिर क्‍या मोड़ लेती है, वो आपको फिल्‍म में देखने को म‍िलेगा.

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ये फिल्‍म इंदौर के कपिल और सौम्‍या की कहानी द‍िखाती है.

इस फिल्‍म के हाई पॉइंट्स की बात कर ले तो वो है व‍िक्‍की कौशल का सटीक अभ‍िनय और मध्‍यम वर्गीय परिवार की वो कहानी, जो शायद हमारे देश के लाखों-करोड़ों लोगों की कहानी है. दरअसल आपको अपने आसपास ऐसे कई जोड़े या लोग नजर आ जाएंगे जो शहरों की इस आपाधापी में अपने ल‍िए एक सुकून या कहें आशियाना बनाना चाहते हैं. लेकिन अक्‍सर ही ‘अपना घर’ ढूंढना या बनाना उतना आसान नहीं होता. यही वजह है कि लक्ष्‍मण उतेकर की ये फिल्‍म एक बहुत बड़े दर्शक वर्ग को खुद से जोड़ने में सफल रहेगी. कहानी एक फैमली एंटरटेनर है और पहले सीन से ही आप कहानी से जुड़ते चले जाएंगे. हालांकि कहानी में सरप्राइज फैक्‍टर ज्‍यादा नहीं हैं. क्‍या हो रहा है और आगे क्‍या होने वाला है, उसका अंदाजा आप लगा सकेंगे. पर कहानी आपको बोर नहीं करेगी.

वहीं दूसरी तरफ अभ‍िनय की बात करें तो जैसा मैंने पहले ही कहा, व‍िक्‍की कौशल ने एक म‍िडि‍ल क्‍लास पति के तौर जो कपिल का क‍िरदार निभाया है, वो शानदार है. व‍िक्‍की हर सीन में कन्‍वेंस करते हैं. जब वो अपनी पत्‍नी के ऊपर प्‍यार बरसाते हैं तो आपको लगता है कि हां, ये ऐसा प्‍यार करने वाला हो सकता है. वहीं बात जब बचत करने वाले आदमी की आती है तो उनकी छोटी-छोटी हरकतें आपको गुदगुदाएंगी. वि‍क्‍की इस पूरी फिल्‍म में सबसे र‍िफ्रेश‍िंग हैं. वहीं सारा साड़ी में और पंजाबी अवतार में बेहद खूबसूरत लगी हैं, पर उन्‍हें अब भी अपनी एक्‍ट‍िंग पर काम करने की बहुत जरूरत है. वो कई सीन में ओवर करती नजर आई हैं तो, कुछ कॉमेडी सीन में पंच लाइन के बाद वो खुद हंसी दबात‍ी हुई ही पर्दे पर नजर आ रही हैं.

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