महाविकास आघाड़ी में आईं दरारें? तीनों पार्टियों ने अटकलों को किया खारिज, कहा- विचार अलग, लेकिन मतभेद नहीं

महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी में तीन पार्टियां हैं, उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी.. लेकिन कुछ दिनों से कुछ मुद्दों पर तीनों पार्टियों की अपनी अलग-अलग राय है. ऐसे में विपक्षी दलों के इस गठबंधन में दरार की अटकलें शुरू हो गई हैं.
महा विकास अघाड़ी के तीनों घटक दल कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच कुछ मुद्दों पर अलग-अलग राय दिख रही है
मुंबई
. क्या महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के गठबंधन महाविकास आघाड़ी में दरारें आनी शुरू हो गई हैं? क्या तीनों पार्टियों के बीच मतभेद की दीवार खड़ी हो गई है? क्या तीनों पार्टियों के विचार अलग-अलग है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो यहां के सियासी गलियारों में इन दिनों गूंज रहे हैं.
महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी में तीन पार्टियां हैं, उद्धव बालासाहेब ठाकरे शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी.. लेकिन कुछ दिनों से कुछ मुद्दों पर तीनों पार्टियों की अपनी अलग-अलग राय है. सबसे पहले वीर सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस खाफी एग्रेसिव दिखी लेकिन उद्धव सेना ने इस मुद्दे पर शांति बनाई रखी. और अब अंबानी मामले में कांग्रेस शुरू से ही जेपीसी से जांच कराने की मांग कर रही है, लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इस मुद्दे को कांग्रेस के उलट रुख अपनाया. यही वजह है कि अब एनसीपी और कांग्रेस के नेता भी मान रहे हैं कि तीनों पार्टियों के बीच सोच और विचारों के बीच मतभेद है.
‘महाविकास आघाड़ी के बीच अलग-अलग सोच’
जेपीसी के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि ‘महाविकास आघाड़ी के बीच इस मुद्दे पर अलग-अलग सोच हो सकती है. शरद पवार के इस बयान से यह साफ हो गया है कि MVA में शामिल तीनों पार्टियों के बीच सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. जेपीसी को लेकर कांग्रेस अड़ी है, वहीं दूसरी तरफ एनसीपी के प्रमुख शरद पवार जेपीसी के फेवर में उतने नहीं दिख रहे हैं. इसी मुद्दे पर शरद पवार ने अब कह दिया कि पार्टियों की सोच अलग हो सकती है..
शरद पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘हम सब एक साथ काम कर रहे हैं. कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, इसलिए हम सब मिल रहे हैं… सबका एक ओपिनियन होना चाहिए… उसी दिशा में हम सब मिलकर काम करेंगे.’
‘तब तो हम एक ही पार्टी हो जाएंगे’
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान के बाद अब कांग्रेस भी मान रही है कि तीनों पार्टियों के बीच सोच और विचारधारा में मतभेद हो सकते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चौहान ने कहा, ‘अगर सारी बातों पर हमारा एक ही विचार हो तो हम एक ही पार्टी हो जाएंगे. कुछ मुद्दों पर हमारे विचार अलग हैं. उनके विचार अलग हैं, लेकिन महाविकास आघाड़ी में हम तीनों पार्टी काफी मजबूत हैं और हमारे बीच में कोई भी दरार नहीं है.’
वहीं उद्धव के करीबी नेता रायसाहेब दानवे भी एमवीए में किसी तरह की दरार की अटकलों को खारिज करते हुए कहते हैं, ‘कोई भी मतभेद नहीं है. हमारे बीच कोई भी दरार नहीं है. तीनों पार्टी पहले से और ज्यादा मजबूत है.’
मतभेद और विचारों की लड़ाई में महाविकास आघाड़ी के नेताओं के बीच अलग सोच है, लेकिन अभी भी तीनों पार्टी के नेता बोल रहे हैं कि महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी में कोई दरार या मतभेद नहीं है.