कभी बॉलीवुड की सुपरस्टार थी ये अभिनेत्री, फीका पड़ा स्टारडम, जिंदगी के आखिरी पड़ाव में लगाने पड़े कोर्ट के चक्कर

गुजरे जमाने की खूबसूरत अभिनेत्री साधना शिवदसानी (Sadhani Shivdasani) किसे याद नहीं होंगी. उन्होंने जब अपने करियर की शुरुआत की, आते ही हर तरफ सुर्खियों में छा गईं. साधना अपने साथ कई फैशन लेकर आईं. लेकिन, इनमें सबसे ज्यादा मशहूर हुआ उनका हेयरस्टाइल. उनका हेयरस्टाइल साधना कट के नाम से आज भी फेमस है. लेकिन, कभी स्टारडम के चरम पर रहीं साधना को अपने आखिरी समय में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
मुंबईः
बॉलीवुड में 60 के दशक में ऐसी कई अभिनेत्रियां आईं, जिन्होंने इंडस्ट्री में गहरी छाप छोड़ी. किसी ने अपनी अदाकारी से तो किसी ने अपनी खूबसूरती से दर्शकों का दिल जीत लिया. इन्हीं अभिनेत्रियों में से एक थीं साधना शिवदसानी, जिन्होंने 1960 में बॉलीवुड डेब्यू किया. साधना (Sadhana) अपनी फिल्मों के साथ ही दो चीजों के लिए और मशहूर हुईं एक तो अपने चूड़ीदार सलवार सूट के लिए और दूसरा अपने हेयर स्टाइल के लिए. साधना कट हेयरस्टाइल, एक समय पर साधना हेयरकट भारत में खूब लोकप्रिय हुआ था. कई लड़कियां इस हेयरस्टाइल (Sadhana Cut Hair Style) में नजर आती थीं और आज भी यह कम चर्चित नहीं है.
साधना के हेयरस्टाइल के पीछे की एक वजह थी और वह थी उनका चौड़ा माथा, जिसे छिपाने के लिए उन्होंने यह हेयरस्टाइल अपनाई. साधना ने 1960 में ‘लव इन शिमला’ से डेब्यू किया था और यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी. फिल्म के डायरेक्टर आर के नय्यर से साधना की नजदीकियां भी कम चर्चा में नहीं थी. साधना पर फिल्माया गाना ‘झुमका गिरा रे’ खूब फेमस हुआ था. उनकी प्रोफेशनल लाइफ तो हिट रही, लेकिन पर्सनल लाइफ काफी उतार-चढ़ाव भरी रही.
साधना का जन्म 1941 में कराची में एक सिंधी परिवार में हुआ था. वह हमेशा से ही एक अभिनेत्री बनना चाहती थीं और उन्होंने अपना सपना पूरा भी किया. उनकी पहली ही फिल्म सुपरहिट रही. इसके बाद वह कई फिल्मों में लीड रोल में दिखाई दीं और अपनी पहली फिल्म के डायरेक्टर को 6 साल डेट करने के बाद उन्हीं से शादी कर ली. कुछ सालों बाद साधना ने इंडस्ट्री भी छोड़ दी. वह अपने पति के साथ बेहद खुश थीं, लेकिन दोनों की जिंदगी में एक बड़ी कमी रही.
साधना और आर के नय्यर की कोई संतान नहीं थी. ऐसे में शादी के 30 सालों बाद जब आर के नय्यर का निधन हो गया तो साधना बिलकुल अकेली पड़ गईं. इसी बीच साधना भारी मुश्किल में पड़ गईं. क्योंकि, वह जिस घर में रह रही थीं, उस पर मुकदमा चल रहा था. ऐसे में उनकी आर्थिक हालत भी खराब रहने लगी और सेहत भी. बीमार होने के बाद भी साधना को अपने मकान पर चल रहे केस के चलते अक्सर कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते और इसी बीच 25 दिसंबर 2015 में उनका निधन हो गया.