पेट्रोल डालकर प्राचार्या को जिंदा जलाने के आरोपी का चौंकाने वाला बयान – ‘करना चाहता था आत्मदाह’

इंदौर में एक काॅलेज की प्राचार्या को आग के हवाले कर देने के मामले में हैरान करने वाले तथ्य मिल रहे हैं. आरोपी ने जो बयान दिया है उसके बाद पुलिस उसे शातिर मान रही है और शक है कि वह पुलिस को गुमराह करने में लगा है. वहीं, इस छात्र का आपराधिक रिकाॅर्ड भी बहुत कुछ बता रहा है…
दौर. प्राचार्या को जिंदा जलाने की कोशिशके शहर के बहुचर्चित मामले में आरोपी ने अपने बयान में दावा किया ‘मैं प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को जलाने के बाद आत्मदाह करना चाहता था ताकि लोग समझें कि छात्र ने परेशान होकर यह कदम उठाया है.’ आरोपी ने बताया कि इस कांड को अंजामद देने के लिए उसने कई दिनों तक साजिश की. सोमवार को बाइक में 700 रुपये का पेट्रोल भरवाया और कालेज पहुंच गया. जाते वक्त तेजाजी नगर से बाल्टी भी खरीदी थी ताकि प्राचार्या बच न सके.
इस पूरी घटना के बाद बीएम कालेज की प्राचार्या विमुक्ता की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. वह काफी ज्यादा जल चुकी हैं. चोइथराम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. पीड़ित प्राचार्या ने सिमरोल थाना पुलिस को बताया है ‘बेल पत्र तोड़ने के बाद मैं जैसे ही कार में बैठी तभी आशुतोष पेट्रोल से भरी बाल्टी लेकर आया और मेरे ऊपर पेट्रोल डालकर लाइटर से आग लगा दी.’
एसपी (ग्रामीण) भगवतसिंह बिरदे के मुताबिक आरोपी काफी शातिर है. वह बचने के लिए लगातार गुमराह भी कर रहा है. आरोपित घटना के बाद भी आत्महत्या के लिए तिंछा फाॅल पहुंच गया था. उसने अभी तक यह भी नहीं बताया कि उसका फोन कहां है. पुलिस ने आसपास के इलाके की सर्चिंग कर ली है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसे रिमांड पर ले लिया जाएगा.
आपराधिक प्रवृत्ति पहले भी आ चुकी सामने
इधर प्राचार्या के स्वजनों ने पुलिस को बताया कि आशुतोष का पिता संतोष श्रीवास्तव भी फोन पर अभद्रता करता था. मार्कशीट को लेकर आशुतोष 2022 में भी एक प्रोफेसर पर हमला कर चुका है. बीएम काॅलेज के संचालक राकेश शर्मा का कहना है पांच महीने पहले भी इसी छात्र ने काॅलेज के विजय पटेल नामक शिक्षक को चाकू मारा था. पुलिस ने पहले से ही यह मामला दर्ज कर रखा है. इसे खत्म करवाने के लिए वह प्राचार्य पर दवाब बना रहा था. वह मार्कशीट भी मांग रहा था, जबकि वह सातवें सेमेस्टर में फेल हो चुका था.