अजमेर शरीफ दरगाह: PM मोदी ने सौंपी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर

उर्स को वास्तव में सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व शांति का संदेश देने वाला माना जाता है. यह एक तरह से कौमी एकता की मिसाल है. उर्स के दौरान लाखों की भीड़ अजमेर पहुंचती है.
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर सौंपते पीएम नरेंद्र मोदी. (
नई दिल्ली.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर सौंपी. उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘अजमेर शरीफ दरगाह में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की जाने वाली चादर सौंपी.’ इस दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी मौजूद थीं. पीएम मोदी हर साल की उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर चढ़ाते हैं. यह 9वीं बार है जब पीएम ने सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के लिए चादर सौंपी है.
राजस्थान के अजमेर शरीफ में गरीब नवाज के नाम से मशहूर हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 811वां उर्स-ए-मुबारक शुरू हो गया है. उर्स मूल रूप से अरबी भाषा का शब्द है. सीधे शब्दों में कहें, तो किसी सूफी संत की पुण्यतिथि पर जब कोई मेला आयोजित किया जाता है उसे उर्स कहते हैं.
उर्स को वास्तव में सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व शांति का संदेश देने वाला माना जाता है. यह एक तरह से कौमी एकता की मिसाल है. उर्स के दौरान लाखों की भीड़ अजमेर पहुंचती है. उर्स के दौरान देशभर से हजारों जायरीन सूफी संत की दरगाह पर पहुंचते हैं और चादर व अकीदत के फूल पेश करते हैं.
अजमेर उर्स के मद्देजर रेलवे चलाएगा दो स्पेशल ट्रेन
अजमेर उर्स में जाने वाले यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने 2 नई स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है. अजमेर उर्स नजदीक है और दुनिया भर से बड़ी संख्या में यात्री वहां पहुंचते हैं. इसके मद्देनजर उत्तर पश्चिम रेलवे ने 2 नई विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. हालांकि रेलवे ने पहले ही चार स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की थी, अब और यात्रियों की संख्या को देखते हुए कुल 6 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. इससे यात्रियों को कन्फर्म सीट मिलने में आसानी होगी और उर्स में आने-जाने सुविधा होगी। अभी यात्रियों के दबाव को देखते हुए और भी स्पेशल ट्रेनों की घोषणा हो सकती है.