खेलमंत्री छेड़छाड़ केसः “तेरे जैसी महिला का तो रेप ही होना चाहिए”, जूनियर कोच ने अब खेल विभाग के अफसर पर भी लगाए गंभीर आरोप

पीड़िता ने कहा, मुझे कोई नई सुरक्षा नहीं दी गई है. पुरानी सिक्योरिटी ही मेरे पास है. खेल मंत्री को बचाने की कोशिश की जा रही है और ना ही उनसे इस्तीफा लिया गया है. महिला कोच ने कहा कि केस हुए इतना समय हो चुका है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई और मेरे करैक्टर का मुद्दा बनाया जा रहा है.
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोप. (FILE PHOTO)
पंचकूला.
हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह (Sports Minister Sandeep Singh) पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच ने अब खेल विभाग के सीनियर अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता कोच ने आरोप लगाया है कि सीनियर अधिकारी ने मुझे कहा, “तेरे जैसी महिला का तो रेप ही होना चाहिए”. इन गंभीर आरोपों के साथ पीड़ित महिला जूनियर कोच ने एक लिखित शिकायत स्पोर्ट्स विभाग के डायरेक्टर को सौंपी है. पीड़ित महिला ने कहा कि उसे विभिन्न तरीकों से परेशान कर दबाव बनाया जा रहा है.पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह इस लड़ाई को यहीं खत्म करे. जूनियर महिला कोच ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं.
पीड़ित जूनियर महिला कोच ने कहा कि मेरे से पुलिस ने कई बार पूछताछ की जा चुकी है लेकिन जब मैं चंडीगढ़ एसआईटी से सवाल करती हूं, उसका कोई भी जवाब नहीं दिया जाता. पीड़ित ने कहा कि मेरा चंडीगढ़ पुलिस से विश्वास उठ चुका है और मुझे लग रहा है कि मेरे केस को दबाने की सरकार कोशिश कर रही है. अगर मुझे कोर्ट भी जाना पड़ा तो मैं कोर्ट में भी जाऊंगी.
अब मकान मालिक कर रहा परेशान
पीड़ित महिला कोच ने बताया कि एफआईआर दर्द करवाने के बाद मकान मालिक ने उसे तंग परेशान करना शुरु कर दिया है. मकान-मालिक ने उसके साथ गाली-गलौज की और घर में ताला लगा लिया. मेरे विभाग के कुछ लोगों तकी ओर से कमेंट किए जा रहे हैं. मेरे ऑफिस और घर में प्रेशर बनाया जा रहा है. मैंने एक लिखित शिकायत स्पोर्ट्स डायरेक्टरेट को लिखी है. पीड़ित ने कहा कि मेरे मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री की ओर से एक भी शब्द नहीं बोला गया. पीड़िता ने कहा मुझे सब तरफ से प्रेशराइज किया जा रहा है.
नई सुरक्षा नहीं मिली-कोच
पीड़िता ने कहा, मुझे कोई नई सुरक्षा नहीं दी गई है. पुरानी सिक्योरिटी ही मेरे पास है. खेल मंत्री को बचाने की कोशिश की जा रही है और ना ही उनसे इस्तीफा लिया गया है. महिला कोच ने कहा कि केस हुए इतना समय हो चुका है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई और मेरे करैक्टर का मुद्दा बनाया जा रहा है. मेरा करैक्टर मेरी सबसे बड़ी ताकत है.