दिल्ली

देश के पेंशनधारकों को चूना लगाती ये गैंग, 1800 से ज्यादा पेंशनर्स को बनाया निशाना, 4 आरोपी गिरफ्तार

 डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि अभी तक की हमारी तफ्तीश में फिलहाल 1800 लोगों के साथ फर्जीवाड़ा की बात सामने आई है, लेकिन हमारी टीम विस्तार से तफ्तीश कर रही है और पूछताछ कर रही है.

  • दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आएफएसओ यूनिट (IFSO) ने एक बड़ी कार्रवाई की है.

  • दिल्ली.
  • दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आएफएसओ यूनिट (IFSO) ने एक बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो भारत सरकार के  “जीवन प्रमाण पत्र” के नाम पर आपकी जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई को लूट लेती थ. इस गैंग ने अब तक करीब 1800 से ज्यादा लोगों को चूना लगाया है. डीसीपी प्रशांत गौतम की टीम ने एसीपी जय प्रकाश के नेतृत्व में मामले में एक टीम का गठन किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनपुट्स के आधार पर टीम ने उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में सर्च ऑपरेशन को अंजाम देते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.

    जानकारी के अनुसार, जांच टीम ने स्टॉक मार्केट एनालिसिस का काम कर चुके अमित खोसा, ग्रेटर नोएडा, बीटेक पासआउट और सॉफ्टवेयर इंजीनियर कानव कपूर, बिनॉय सरकार, हैदराबाद और  शंकर मौंडल को गिरफ्तार किया है. बिनॉय एक कंपनी में एचआर था औऱ वहीं से लोगों का डाटा चुराता था. चौथा साथी बैंकों की डिटेल एकत्र करता था.

    केंद्र सरकार, राज्य सरकार से लेकर अर्ध सरकारी और निजी क्षेत्रों के करीब एक करोड़ लोगों को पेंशन अधिकृत सेवा मिलती है. हर साल बैंकों को पेंशनभोगी जीवन प्रमाण पत्र देंते हैं. यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो पेंशन बंद हो जाती है. इसी का फायदा उठाकर ये चारों आरोपियों ने भारत सरकार के वेबसाइट से एकदम मिलता-जुलती वेबसाइट बना दी. इसे देखकर एक नजर में कोई भी सरकारी अधिकारी भी फर्जी नहीं कह सकता था. इसी फर्जीवाड़ा के चक्कर में फंसकर हजारों लोगों को आरोपियों ने लाखों- करोड़ों रुपये का चूना लगाया.

  • भारत सरकार का सरकारी वेबसाइट https://jeevanpramaan.gov.in है, जबकि आरोपियों ने https://jeevanpraman.online/ नाम से फर्जी बेबसाइट बनाई थी.  डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि अभी तक की हमारी तफ्तीश में फिलहाल 1800 लोगों के साथ फर्जीवाड़ा की बात सामने आई है, लेकिन हमारी टीम विस्तार से तफ्तीश कर रही है और पूछताछ कर रही है.

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