बेगूसराय सीरियल फायरिंग के पीछे क्या था अपराधियों का मकसद? एसपी ने खोले गोलीकांड के राज

एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि पकड़े गए चारों आरोपियों पर पहले से संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। चारों आपराधिक छवि के लोग हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।
बेगूसराय
बिहार के बेगूसराय जिले में सीरियल फायरिंग मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसपी योगेंद्र कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अंधाधुंध गोली चलाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, उनसे पूछताछ जारी है। इसके अलावा दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं, जो इस साजिश में शामिल थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए गोलियां चलाई थीं। हालांकि, पुलिस को दूसरी बाइक और उस पर सवार अन्य आरोपियों की तलाश है। पुलिस को शक है कि इस साजिश में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।
बेगूसराय गोलीकांड पर एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि पकड़े गए चारों आरोपियों पर पहले से संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। चारों आपराधिक छवि के लोग हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। मंगलवार शाम को चार अपराधियों ने दो बाइक पर सवार होकर बेगूसराय जिले में 30 किलोमीटर तक फायरिंग की थी, इसमें एक शख्स की मौत हो गई और 9 अन्य घायल हुए।
एसपी ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने चार स्पेशल टीमों का गठन कर जगह-जगह छापेमारी और तलाशी ली थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सबसे पहले युवराज नाम के एक युवक को पकड़ा गया। उसने पूछताछ में जुर्म कबूल किया। युवराज ने पुलिस को बताया कि उसकी बाइक के पीछे सुमित बैठा था। उसकी निशानदेही ने पुलिस ने सुमित के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया। उसके घर से येलो टीशर्ट भी बरामद की, जिसे आरोपी ने वारदात के दौरान पहनी थी।
बेगूसराय एसपी ने कहा कि इसके बाद वारदात में प्रयुक्त दो देसी पिस्टल, बाइक बरामद की। उनसे पूछताछ में चुनचुन और केशव नागा नाम के दो और शख्स का नाम सामने आया, जिन्हें पुलिस ने अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया। वारदात में प्रयुक्त दूसरी मोटरसाइकिल की तलाश की जा रही है, उसपर बैठकर गोली चलाने वाले अन्य दो लोगों की भी जांच जारी है।
एसपी योगेंद्र कुमार के मुताबिक बेगूसराय गोलीकांड के साजिश रचने में और भी लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चुनचुन और केशव नागा लगातार फोन पर उनसे संपर्क में थे। चारों आरोपियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया, इसलिए इनमें से कोई एक मास्टरमाइंड हो ये कह पाना अभी मुश्किल है। इस वारदात में अन्य लोगों की संलिप्तता के बारे में जांच की जा रही है।