युवती को फोन कर बुलाया और होनेवाले देवर ने किया ऐसा कांड कि हर कोई रह गया हैरान! पढ़ें

अरवल और जानीपुर पुलिस ने शादी, प्यार और धोखा के एक ऐसे मामले का खुलासा किया है जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जा रहा है. शादी तय होने के बाद आर्मी के एक जवान ने अपने भाई के साथ मिलकर अपनी होने वाली पत्नी की ही हत्या करवा दी. यही नहीं बल्कि देवर ने अपनी होने वाली भाभी की हत्या से पहले दुष्कर्म भी किया और उसके बाद मारा.
दानापुर.
पुलिस को नर कंकाल मिला है जिसे पोस्टमार्टम के लिए पटना एम्स में भेज दिया. यह नर कंकाल पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के गाजा चक महमदपुर प्राथमिक विद्यालय के समीप झाड़ियों में फेंका हुआ था. पुलिस के अनुसार, शव के ऊपर नमक डाले जाने की वजह से वह नर कंकाल में तब्दील हो चुका था. परिजनों ने महिला के कंकाल की पहचान उसके अंतरंग वस्त्रों से की है. अब अरवल और जानीपुर पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है.
दरअसल, अरवल जिला के रोजापुर गांव के रहने वाली सुषमा कुमारी के पिता मिथिलेश सिंह ने अपनी बेटी के गायब होने की मामला दर्ज करवाया था. 24 नवंबर 2022 को अरवल थाने में दर्ज कराई अरवल पुलिस ने एफआईआर में दर्ज नामजद लोगों के ऊपर जब दबिश बनाई. उसमें से वीरेंद्र कुमार नाम के एक युवक ने कोर्ट में सरेंडर किया और जब पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया और कड़ाई से पूछताछ की तो 24 वर्षीय सुषमा कुमारी के हत्या का राज दर परत दर खुलता चला गया.
शादी की बात और दहेज की डिमांड
बताया जाता है कि अरवल के राजापुर के रहने वाली सुषमा कुमारी की शादी औरंगाबाद जिले के दिलावरपुर थाना देवकुंड के रहने वाले सुरेंद्र यादव के बड़े पुत्र रंजीत कुमार से 2020 में तय हुई थी. उसकी सेना में भर्ती होने वाली थी और भर्ती के दौरान पैसों की सख्त जरूरत थी. सुषमा के पिता मिथिलेश सिंह ने दहेज की रकम में ₹600000 अपनी जमीन बेच कर रंजीत के पिता सुरेंद्र यादव को दे दी. जब उसकी नौकरी हो गई उसके बाद भी पैसे की डिमांड दहेज के रूप में किए जाने लगे.
होनेवाले देवर ने प्रेम जाल में फंसाया
मिथिलेश सिंह ने अपनी बेटी की शादी के लिए 2 साल इंतजार किया और इस दौरान लगभग 10 लाख दहेज के रूप में दिया. इसके बावजूद भी शादी नहीं हो पा रही थी. पैसे की डिमांड और बढ़ रही थी और सेना में जवान रंजीत शादी से मुकर रहा था. कई एक बार समझाने का भी प्रयास किया गया. लेकिन, जब पैसे वापस मांगने की बात की गई तो सुरेंद्र यादव अपने पुत्र रंजीत कुमार और विजेंद्र कुमार के साथ मिलकर एक साजिश के तहत विजेंद्र कुमार सुषमा को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया.
प्यार का नाटक, दुष्कर्म और…
इसके बाद 15 नवंबर को 3:00 बजे अरवल पहुंचता है और वहां अपनी होने वाली भाभी सुषमा कुमारी को बाजार में बुलाता है. फोन कर बुलाने पर सुषमा कुमारी घर में यह कहकर निकल जाती है कि रंजीत के भाई से बात हुई है और वह बुलाया है. उसी से बात करने जा रही है. बिजेंदर उसे वहां से लेकर जहानाबाद जाता वहां एक होटल में ठहरता है. वहीं बिजेंदर एक और शर्मनाक घटना को अंजाम देता है अपनी होने वाली भाभी को डरा धमका कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता है.
दुष्कर्म के बाद मर्डर
इसके बाद उसे बहला-फुसलाकर पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के गाजा चक महमदपुर इलाके में एकांत में ले जाता है और वहीं दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर देता है. फिर शव को झाड़ियों के अंदर छुपा देता है और उसके बाद फिर वह लौट जाता है. दूसरे दिन शव को पूरी तरह से ठिकाने लगाने के लिए हत्या वाली जगह पर 10 किलो नमक लेकर पहुंचता है और शव को नमक से ढक देता है. नमक की वजह से शव पूरी तरह से चंद दिनों में ही गल जाता है.
ऐसे बढ़ी पुलिस की तफ्तीश
जब पुलिस इस मामले की जांच करती है और मोबाइल का ट्रेस लेती है तो विजेंद्र कुमार के मोबाइल से लगातार रंजीत कुमार की बात होने की बात सामने आती है. उसका लोकेशन जानीपुर के गाजा चक महमदपुर इलाके में मिलता है. जब पुलिस सुरेंद्र यादव और उसके बेटों पर दबाव बनाती है तो वह कोर्ट में सरेंडर कर जाता है. जब पुलिस उसे रिमांड के लिए अरवल थाना लाती है तो वहां वह हत्या का राज उगल देता है.
खुलासे से हर कोई हैरान
पुलिस उसी की निशानदेही पर पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र में गाजा चेक महमदपुर पहुंचता है और जहां पर वीरेंद्र कुमार ने सुषमा कुमारी की हत्या की थी, वह जगह बताता है. वह बताता है कि स्कूल में मरने के बाद एकांत इलाके में उसके शव को फेंक देता है और उसे नमक से ढक देता है. एक महीने बाद पुलिस इस मामले का खुलासा करती है, लेकिन सुषमा के शव की जगह उसे नर कंकाल मिलता है. पुलिस एफएसएल की टीम बुलाकर जांच करती है और नर कंकाल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना एम्स भेज देती है.