न्यायपालिका से नहीं मिला इंसाफ, अब जनता की अदालत में होगा फैसला : उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे ने कहा, हम पिछले ढाई साल से अदालतों के दरवाजे खटखटा रहे हैं। हमारे हाथ दुखने लगे हैं। हमें न्यायपालिका पर भरोसा है, लेकिन अभी तक हमें न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा, इसलिए हमने जगदंबा से प्रार्थना करने का फैसला किया कि कम से कम आप हमारी पुकार तो सुनें।
मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है। इसी बीच पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बड़ा दावा किया है। बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी को अदालतों का दरवाजा खटखटाने के बावजूद अभी तक न्याय नहीं मिला है, इसलिए उसने लोगों की ओर रुख करने का फैसला किया है।
उद्धव ने पार्टी का थीम सॉन्ग किया लॉन्च
उन्होंने शिवसेना के बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करने वाली उनकी याचिकाओं का हवाला दिया। उद्धव ठाकरे ने नवरात्रि के पहले दिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का थीम सॉन्ग ‘मशाल गीत’ भी लॉन्च किया। इस गाने में ‘जगदंबा’ (देवी दुर्गा) से राक्षसों का नाश करने के लिए मशाल (ज्वलंत मशाल जो पार्टी का प्रतीक भी है) देने की अपील की गई है।
‘मां जगदंबा से प्रार्थना करने का किया फैसला’
उद्धव ठाकरे ने कहा, हम पिछले ढाई साल से अदालतों के दरवाजे खटखटा रहे हैं। हमारे हाथ दुखने लगे हैं। हमें न्यायपालिका पर भरोसा है, लेकिन अभी तक हमें न्याय नहीं मिला है। उन्होंने कहा, इसलिए हमने जगदंबा से प्रार्थना करने का फैसला किया कि कम से कम आप हमारी पुकार तो सुनें। अब हम न्याय के लिए जनता की अदालत जा रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने जून 2022 में बाल साहब ठाकरे की तरफ से स्थापित पार्टी के विभाजन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोही शिवसेना विधायकों की अयोग्यता में देरी का दावा करते हुए निराशा व्यक्त की है।
महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद
विभाजन के बाद, शिवसेना (यूबीटी) विपक्षी ब्लॉक महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा रही है, जो कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) के साथ गठबंधन कर रही है। जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भागीदार है, जिसमें भाजपा और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी भी शामिल है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव नवंबर में होने हैं।