सुखविंदर सिंह सुक्खू बने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के CM पद की शपथ ली
हिमाचल विधानसभा चुनाव में 68 में से 40 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस ने सरकार बना ली.. जिसके बाद चर्चा तेज़ हो गई थी कि राज्य में सीएम कौन होगा…जिसपर काफी मंथन हुआ और आखिर में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मुहर लगी…. जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया और कांग्रेस के अंदर विवाद की ख़बरों ने जोर पकड़ लिया जिस पर आज सुक्खू ने विराम लगा दिया… शपथ ग्रहण से पहले सुक्खू प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से मिलने पहुंचे इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि कोई विवाद नहीं है हम सब एकजुट हैं..यानी सुक्खू ने काफी अच्छी तरह मामले को संभाल लिया.. लेकिन सुक्खू के नाम पर क्यों मुहर लेगी ये चर्चा का विषय बना हुआ है.. आखिर सुक्खू को सीएम बनाने के पीछे कांग्रेस का क्या प्लान है… आपको बता दें कि ये दांव कांग्रेस के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है… क्योंकि सुक्खू एक मामूली परिवार से आते हैं. उनके पिता बस ड्राइवर थे. अपने शुरुआती दिनों में सुक्खू शिमला में मिल्क कॉर्नर चलाते थे. उनके जैसे किसी व्यक्ति को चुनना दर्शाता है कि पार्टी अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को इनाम दे रही है… इसके साथ ही पार्टी ने वंशवाद के सभी आरोपों को भी झुठला दिया… जिससे आम कार्यकर्ताओं में भी जोश दिख रहा है. इससे कांग्रेस पार्टी को जमीनी स्तर पर काफी लाभ होगा. इसके अलावा हिमाचल में अक्सर ठाकुर/राजपूतों को ही राज्य की कमान सौंपी गई है क्योंकि राज्य में ये समुदाय बहुतायत में है… और सुक्खू भी इसी समुदाय से आते हैं. ऐसे में सुक्खू को शीर्ष पद देने से जाति का गणित ज्यादा नहीं हिलेगा. मुकेश अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री बनाकर भी कांग्रेस पार्टी ने संतुलन बनाने की कोशिश की है, क्योंकि प्रदेश में ब्राह्मण भी राजनीतिक रूप से भी प्रभावशाली हैं… यानी कांग्रेस ने सुक्खू पर दांव लगा कर एक तीर से कई निशाने चले हैं.. ऐसे में इसे पार्टी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.. अब देखना होगा पार्टी का ये दांव कितना कामयाब होता है और सुक्खू पार्टी और जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाते हैं…