गुजरात चुनाव: डर के मारे गुजरात बीजेपी सरकार के खिलाफ नहीं बोलते लोग:जिग्नेश मेवानी

डर के मारे बीजेपी सरकार के खिलाफ नहीं बोलते लोग, Vadgam MLA जिग्नेश मेवानी ने गुजरात सरकार पर लगाया दमन का आरोप….
Gujarat Assembly Elections: 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव में जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) कांग्रेस के समर्थन से जीते थे।
अहमदाबाद
Gujarat Assembly Elections: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर वडगाम से कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवानी ने राज्य की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। साथ ही गुजरात सरकार पर दमन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोग डर की वजह से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नहीं बोल पा रहे हैं।
गुजरात में ऊना की घटना और पिछले पांच साल में दलितों के मुद्दों को आप कैसे देखते हो? इस सवाल के जवाब में दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने कहा कि दलित ज्यादातर कामकाजी वर्ग से आते हैं और वो भूमिहीन लोग हैं। उन्होंने कहा कि यही बात गुजरात में भी है, लेकिन गुजरात सरकार को दलितों और गरीबों की चिंता नहीं है।
जिग्नेश ने केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक शोषण यह सभी ऐसे मुद्दे हैं, जो दलितों को प्रभावित करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में मैं जहां भी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रचार कर पाया हूं। वहां अपने लोगों को बताया है कि भारतीय जनता पार्टी किसके खिलाफ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमने लोगों को बताया है किभाजपा आपके आरक्षण को खत्म करना चाहती है। भाजपा और सहयोगी संगठन संविधान के खिलाफ हैं।
दलितों के प्रति सरकार का रवैया दयनीय है। उन्हें परवाह नहीं है। ‘तुम मर जाओ, हमें परवाह नहीं है।’ यही दृष्टिकोण है। कोने-कोने से आने वाली मांगों और राज्य विधानसभा में उठाये जा रहे मुद्दों के बावजूद उन्हें न तो अत्याचार के मामलों (एससी-एसटी एक्ट) की परवाह है और न ही उन्हें छात्रवृत्ति योजना को लागू करने की परवाह है. (वे हैं) अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उप योजना अधिनियम के निर्माण के बारे में चिंतित नहीं हैं। वे भूमिहीन दलितों के बारे में कुछ नहीं करना चाहते, वे भूमि आवंटित नहीं करना चाहते, वे तब तक आवंटित भूमि पर कब्जा सुनिश्चित नहीं करना चाहते जब तक कि आंदोलन का आह्वान न हो। तो, रवैया वही है।
गुजरात सरकार को दलितों की चिंता नहीं: जिग्नेश
गुजरात सरकार पर हमलावर होते हुए जिग्नेश मेवानी ने कहा कि दलितों के प्रति सरकार का रवैया दयनीय नहीं हैं। सरकार को दलितों की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा में उठाए जा रहे मुद्दों के बावजूद उन्हें न तो अत्याचार के मामलों (एससी-एसटी एक्ट) की परवाह है और न ही उन्हें छात्रवृत्ति योजना को लागू करने की परवाह है। उन्होंने कहा कि सरकार भूमिहीन दलितों को लेकर कुछ नहीं करना चाहती।
2017 गुजरातविधानसभा चुनाव में जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) कांग्रेस के समर्थन से जीते थे और उन्होंने 19,696 मतों के अंतर से भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। पांच साल बाद 2022 के चुनाव में जिग्नेश मेवाणी अब कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। जिग्नेश मेवानी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मेरे साथ है और मैं पार्टी का एक हिस्सा हूं। कांग्रेस दशकों पुरानी पार्टी है।