श्रद्धा हत्याकांड:हर बार नया सिम और नई लड़की, डेटिंग ऐप पर दोस्ती फिर रूम पर ‘कांड’; ऐसा अय्याशबाज है आफताब

Delhi, Shraddha Murder Case: श्रद्धा वालकर के पिता विकास वालकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस को एहसास हो गया था कि आफताब कभी झूठ बोलता है और कभी सच बोलता है. इसलिए उन्होंने नार्को टेस्ट के लिए आवेदन किया. मुझे लग रहा है कि मुझे न्याय मिलने वाला है. अगर उसने अपराध किया है तो उसे फांसी दी जानी चाहिए. मुझे हमेशा लगता था कि वह झूठ बोल रहा है और मैंने मुंबई और दिल्ली पुलिस को बताया था. आफताब बहुत शातिर है और पिछले 5-6 महीने में हत्या के सबूत मिटा चुका है. ऐसे में पुलिस को सच्चाई सामने लाने में थोड़ी दिक्कत होगी. मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक आफताब को फांसी की सजा नहीं दी जाती.
Shraddha Walkar South Delhi Murder Case: श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब डेटिंग ऐप से लड़कियों के संपर्क में रहता था.
नई दिल्ली
: दिल्ली के मेहरौली में अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोपी आफताब के हैवानित की कहानी तो सब जान ही गए हैं, मगर वह कितना बड़ा अय्याश बाज था, इसका सबूत भी सामने आया है. श्रद्धा मर्डर केस से जुड़ी पुलिस जांच में यह बात सामने आया है कि आफताब हर बार नए सिम से डेटिंग ऐप पर नया अकाउंट बनाता था और उसके जरिए अलग-अलग लड़कियों से फ्रेंडशिप करता था और फिर उन्हें कमरे पर बुलाता था. दिल्ली पुलिस अब उसके अकाउंट से उसकी काली कुंडली खंगालने में जुट गई है. इस बीच श्रद्धा के पिता विकास ने श्रद्धा के कातिल के लिए फांसी की सजा मांग की है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो आफताब हर बार नए सिम से डेटिंग ऐप पर एकाउंट बनाता था और लड़कियों से दोस्ती कर उन्हें कमरे पर बुलाता था. श्रद्धा वालकर का लिव-इन पार्टनर आफताब बंबल ऐप के अलावा टिंडर समेत कई ऐप्स के जरिए अलग-अलग कई लड़कियों के सम्पर्क में रहता था और श्रद्धा की हत्या के बाद भी कई बार लड़की को रूम पर लेकर आया था. यही वजह है कि दिल्ली पुलिस ने बंबल और टिंडर ऐप को लेटर लिखकर आफताब के एकाउंट्स की डिटेल मांगी है और आरोपी किन-किन लड़कियों के सम्पर्क में था, पुलिस इसकी भी कुंडली खंगालेगी.
इस बीच श्रद्धा वालकर के पिता विकास वालकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस को एहसास हो गया था कि आफताब कभी झूठ बोलता है और कभी सच बोलता है. इसलिए उन्होंने नार्को टेस्ट के लिए आवेदन किया. मुझे लग रहा है कि मुझे न्याय मिलने वाला है. अगर उसने अपराध किया है तो उसे फांसी दी जानी चाहिए. मुझे हमेशा लगता था कि वह झूठ बोल रहा है और मैंने मुंबई और दिल्ली पुलिस को बताया था. आफताब बहुत शातिर है और पिछले 5-6 महीने में हत्या के सबूत मिटा चुका है. ऐसे में पुलिस को सच्चाई सामने लाने में थोड़ी दिक्कत होगी. मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक आफताब को फांसी की सजा नहीं दी जाती.
वहीं, श्रद्धा मर्डर केस में अनसुलझे सवालों की गुत्थी सुलझाने में दिल्ली पुलिस जुटी हुई है. श्रद्धा के शवों के टुकड़ों की तलाश में दिल्ली पुलिस का लगातार चौथे दिन सर्च ऑपरेशन जारी है. पुलिस की टीमें एक बार फिर जंगल पहुंची हैं, जहां आफताब ने बॉडी के टुकड़े फेंके थे. दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है कि किसी भी हाल में श्रद्धा का मोबाइल ढूंढा जाए, इसीलिए एक तरफ पुलिस आफताब को कोर्ट में पेश करेगी और दूसरी तरफ सबूत तलाशे जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ की कई टीमें श्रद्धा के फोन और हत्या में इस्तेमाल किये गए हथियार को तलाशने में लगी है. इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीमें भी गैर आधिकारिक तौर पर श्रद्धा के फोन और हत्या में इस्तेमाल किये गए हथियार को ढूंढ रही है.