कांग्रेस ने ‘प्रोजेक्ट चीता’ पर ठोका दावा, कहा- मनमोहन सरकार ने दी थी प्रस्ताव को मंजूरी

नामीबिया से आठ चीतों को भारत लेकर आ रहे विशेष विमान को पहले जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड करना था, लेकिन शुक्रवार को कार्यक्रम में बदलाव किया गया और तय किया गया कि विमान ग्वालियर में उतरेगा।
नई दिल्ली
नामीबिया से भारत पहुंचने से पहले ही चीतों पर राजनीति शुरू हो गई है। शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि ‘प्रोजेक्ट चीता’ के प्रस्ताव को मनमोहन सिंह की सरकार के शासनकाल में स्वीकृति मिली थी। कांग्रेस पार्टी की ओर से यह दावा तब किया गया है जब एक दिन बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ेंगे। शनिवार को पीएम मोदी का जन्मदिन भी है।
छत्तीसगढ़ में आखिरी बार देखा गया था चीता
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के साल वन में 1948 में आखिरी बार चीता देखा गया था। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि अत्यधिक शिकार के कारण देश में विलुप्त हो चुके चीते को वापस लाकर भारत पारिस्थितिकी असंतुलन को दूर कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि पांच मादा और तीन नर चीतों को नामीबिया की राजधानी विंडहोक से विशेष मालवाहक विमान बोइंग 747-400 के जरिए ग्वालियर हवाई अड्डे पर लाया जाएगा। पहले इन चीतों को जयपुर लाया जाना था।
खाली पेट लाए जाएंगे
नामीबिया से भारत लाए जाते समय इन चीतों को खाली पेट रखा जाएगा। भारतीय वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया था कि चीतों को हवाई यात्रा के दौरान खाली पेट रहना होगा। लंबी दूरी की यात्रा में यह एहतियात बरतना आवश्यक है क्योंकि इससे पशुओं को मिचली जैसी दिक्कत हो सकती है, जिससे अन्य समस्याएं भी पैदा होने की आशंका है।