पीएम मोदी के दोस्त अडानी की वजह से MSP लागू नहीं हो रही, एक तरह से देश को बेचने की तैयारी, बोले सत्यपाल मलिक

सत्यपाल मलिक ने कहा कि आप इस देश के किसान को नहीं हरा सकते, क्योंकि आप उनके घर ईडी या इनकम टैक्स अधिकारी नहीं भेज सकते।
नई दिल्ली
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर से केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार को कहा कि देश के किसानों को हराया नहीं जा सकता है और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि एमएसपी इसलिए लागू नहीं किया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री के एक दोस्त हैं जिनका नाम अडानी है, वह पिछले पांच साल में एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं।
हरियाणा के नूंह के किरा गांव में एक गौशाला के कार्यक्रम में बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, “अगर एमएसपी लागू नहीं किया गया और एमएसपी पर कानूनी गारंटी नहीं दी गई, तो एक और लड़ाई होगी और इस बार यह एक भयंकर लड़ाई होगी। आप इस देश के किसान को नहीं हरा सकते। आप उसे डरा नहीं सकते। चूंकि आप ईडी या आयकर अधिकारी नहीं भेज सकते, तो आप किसान को कैसे डराएंगे?”
सत्यपाल मलिक ने कहा, “गुवाहाटी हवाई अड्डे पर मैं एक गुलदस्ता पकड़े एक महिला से मिला। जब मैंने उससे पूछा कि वह कहां से है, तो उसने जवाब दिया हम अडानी की तरफ से आए हैं। मैंने पूछा इसका क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि यह हवाईअड्डा अडानी को सौंप दिया गया है। अडानी को हवाई अड्डे, बंदरगाह, प्रमुख योजनाएं दी गई हैं और एक तरह से देश को बेचने की तैयारी है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
सत्यपाल मलिक ने आगे कहा, “पानीपत में अडानी ने एक बड़ा गोदाम बना लिया है और सस्ते दामों पर खरीदे गए गेहूं से उसका स्टॉक कर लिया है। जब महंगाई होगी, तो वह उस गेहूं को बेच देंगे। ऐसे पीएम के दोस्त मुनाफा कमाएंगे और किसानों को नुकसान होगा। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।”
सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर दोहराया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थीऔर कहा, “मैंने देखा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे थे। मैंने पीएम से कहा कि उनमें से प्रत्येक व्यक्ति 40 गांवों का मुखिया था, 700 किसान मारे गए। जब एक कुत्ता मर जाता है, तो दिल्ली से एक शोक संदेश भेजा जाता है। किसानों के लिए कोई शोक संदेश नहीं भेजा गया।”