हेल्थ

अधिक तनाव सेक्सुअल हेल्थ को कर सकता है प्रभावित, यूं करें स्ट्रेस मैनेज

स्ट्रेस के कारण शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचता है, इससे आपकी सेक्सुअल लाइफ भी प्रभावित हो सकती है. आज ‘सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ अवेयरनेस डे’ पर जानें किस तरह स्ट्रेस से सेक्सुअल हेल्थ को नुकसान पहुंचता है और स्ट्रेस मैनेज करने के उपाय क्या हैं.

अधिक स्ट्रेस सेक्सुअल हेल्थ को करता है प्रभावित.

प्रत्येक वर्ष 12 फरवरी को ‘सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ अवेयरनेस डे’ (Sexual and Reproductive Health Awareness Day) की तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन को मनाने का खास उद्देश्य होता है लोगों को सेक्सुअल संबंधित समस्याओं, रिप्रोडक्टिव हेल्थ के प्रति जागरूक करना. आज भी अधिकतर लोग सेक्स संबंधित समस्याओं, परेशानियों पर बात करने से हिचकते हैं. आज लोगों में स्ट्रेस, एंग्जायटी लेवल इतना बढ़ गया है कि इस कारण से भी सेक्सुअल सेहत पर नकारात्मक असर होता है. स्ट्रेस या अन्य मानसिक समस्याएं लोगों में सेक्सुअल डिस्फंक्शन (sexual dysfunction) का कारण बन रही हैं. आइए जानते हैं क्या है सेक्सुअल डिस्फंक्शन और किस तरह से सेक्सुअल सेहत पर स्ट्रेस का असर पड़ता है…

क्या है सेक्सुअल डिस्फंक्शन और कारण

हेल्थलाइन के अनुसार, सेक्सुअल डिस्फंक्शन यानी यौन रोग. इसमें सेक्स के प्रति इच्छा कम होने लगती है. किसी भी उम्र के लोगों में सेक्सुअल रोग की समस्या हो सकती है. हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ इसकी संभावना अधिक बढ़ जाती है. स्ट्रेस एक बहुत बड़ा कारण है सेक्सुअल डिस्फंक्शन का, इसके अलावा सेक्सुअल ट्रॉमा, डायबिटीज, एल्कोहल, खास दवाओं का सेवन, हृदय या अन्य शारीरिक बीमारियों के कारण भी सेक्सुअल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है. सेक्सुअल डिस्फंक्शन में लो लिबिडो, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, इजैकुलेशन डिसऑर्डर, वेजाइना में दर्द जैसी समस्याएं शामिल होती हैं.

सेक्सुअल हेल्थ को यूं करता है प्रभावित स्ट्रेस

साइकोलॉजीटुडे के अनुसार, सेक्स तनाव दूर करना का एक बेहतरीन तरीका है. इससे एन्डॉर्फिन, अन्य हार्मोन रिलीज होते हैं, जिससे मूड बेहतर होता है. लेकिन, दूसरी तरफ स्ट्रेस और एंग्जायटी में होने से आपकी सेक्सुअल हेल्थ भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है. स्ट्रेस के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या होती है. तनाव से पुरुषों के साथ ही महिलाओं की सेक्सुअल हेल्थ भी प्रभावित होती है.

क्या होता है स्ट्रेस और इसके लक्षण

आजकल की जिस तेज रफ्तार की जिंदगी में लोग जी रहे हैं, बेतरतीब जीवनशैली अपना रहे हैं, उससे स्ट्रेस का बढ़ना लाजिमी है. स्ट्रेस एक तरह का शारीरिक रिस्पॉन्स होता है, जो इमोशनल, फिजिकल, केमिकल कारणों से होती है. तनाव होने पर व्यक्ति में गुस्सा, खीझ, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, अकेलापन जैसे भावनात्मक लक्षण नजर आ सकते हैं. इस समस्या को समय रहते दूर ना किया जाए, तो व्यक्ति डिप्रेशन, अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो सकता है, जिसमें अनहेल्दी सेक्सुअल लाइफ भी शामिल है.

स्ट्रेस कम करने के उपाय

  • जिन कारणों से आपको स्ट्रेस (tips to manage stress) होता है, उससे दूर रहने की कोशिश करें.
  • अधिक एल्कोहल, स्मोकिंग के सेवन से बचें.
  • किसी भी बात को लेकर ज्यादा चिंतित ना रहें, इससे भी स्ट्रेस बढ़ता है.
  • स्ट्रेस के कारण कोई शारीरिक समस्या या सेक्सुअल प्रॉब्लम हो रही है, तो डॉक्टर से जरूर बात करें.
  • मूड को बूस्ट करने वाले फूड्स का सेवन करें. सब्जियों, फलों का सेवन भरपूर करें. ट्रांस फैट, शुगरी फूड्स को डाइट में ना शामिल करें.
  • अपना पसंदीदा काम करने की कोशिश करें. गाने सुनें, किताबें पढ़ें, दोस्तों के साथ घूमने जाएं.
  • उस तरह की एक्टिविटीज करें, जिससे फील गुड हार्मोन सेरोटोनिन रिलीज हो. पर्याप्त सोएं, पानी पिएं, हेल्दी खाएं.

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