भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकनॉमी- PM का दावा, चिदंबरम का तंज- 5 ट्रिलियन डॉलर का केस ‘शिफ्टिंग गोलपोस्ट’ जैसा

कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने अर्थव्यवस्था में ग्रोथ को लेकर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
नई दिल्ली
कोरोना के बाद देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर तो लौट रही है, लेकिन सरकार के पांच ट्रिलियन डॉलर के सपने को इस रफ्तार से पूरा नहीं किया जा सकता है। हालांकि सरकार समेत पीएम मोदी का दावा है कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। वहीं अब कांग्रेस ने पांच ट्रिलियन वाली इकोनॉमी को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
पीएम ने क्या कहा- पीएम मोदी नेभारत की अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि देश की इकॉनॉमी दुनियाभर में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंने कहा- “भारत ‘रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म’ के सिद्धांत पर चलते हुए दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। सरकार ने कई सुधार लाए हैं जिसने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को आगे बढ़ाया है। साथ ही, कई पुराने कानून जो धीमी गति से विकास के कारण थे, उन्हें हटा दिया गया है।
चिदंबरम का तंज- मोदी सरकार के आठ साल पूरे हो चुके हैं। सरकार ने 2023-2024 तक भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का वादा किया था, लेकिन ये लक्ष्य धीर-धीरे असंभव होता दिख रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर तंज कसा है। चिदंबरम ने रविवार को एक के बाद एक ट्वीट करके कहा कि यह लक्ष्य शिफ्टिंग गोलपोस्ट जैसा होता जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा- “5 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी का लक्ष्य ‘शिफ्टिंग गोलपोस्ट’ का मामला प्रतीत होता है। मूल लक्ष्य वर्ष 2023-24 था, हम उस गोलपोस्ट के करीब भी नहीं हैं। अब, मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा है कि हम ‘2027 तक’ लक्ष्य हासिल कर लेंगे। मुझे लगता है कि प्रमुख लोगों में से प्रत्येक का एक अलग गोलपोस्ट होता है- पीएम, एफएम, एफएस और सीईए। जब भी अर्थव्यवस्था मील के पत्थर पर पहुंचे, कोई कह सकता है ‘हमने तुमसे कहा था’!”
बता दें कि मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन ने आईएमएफ का हवाला देते हुए कहा था कि 2026-27 तक भारत की अर्थव्यस्था पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी।