दिल्ली

CJI चंद्रचूड़ ने कहा- स्‍पेशल बेंच में जाएं, केजरीवाल ने याचिका ही वापस ले ली, अभिषेक सिंघवी ने खुद बताई वजह

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश की राजनीति गरमा गई है. दिल्‍ली के अलावा देश के अन्‍य शहरों में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही केजरीवाल की गिरफ्तारी मामले में लगातार नए मोड़ सामने आ रहे हैं.

नई दिल्‍ली.

मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तार के बाद चुनावी माहौल के बीच देश की राजनीति में अचानक से उबाल आ गया है. ED की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार रात को सीएम केजरीवाल को दिल्‍ली के कथित शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया. अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. शुक्रवार को केजरीवाल की ओर से वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता अभिषेक मनु सिंघवी CJI डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ के समक्ष मामले को मेंशन किया और जल्‍द सुनवाई का अनुरोध किया. CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने केजरीवाल को जस्टिस संजीव खन्‍ना की अगुवाई वाली तीन जजों की स्‍पेशल बेंच के पास जाने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि उनकी याचिका पर आज ही मतलब 22 मार्च को ही सुनवाई की जाएगी. इसके बाद अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस संजीव खन्‍ना को याचिका वापस लेने की सूचना दी.

दिल्‍ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चौंकाने वाला कदम उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याच‍िका वापस ले ली है. सीएम केजरीवाल ने ईडी द्वारा की गई गिरफ्तरी को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी. अरविंद केजरीवाल के इस कदम के बाद सबके मन में एक ही सवाल उठ रहा है- दिल्‍ली के सीएम ने ऐसा कदम क्‍यों उठाया? गिरफ्तार केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने खुद इसकी जानकारी दी. अभिषेक मनु सिंघवी ने याचिका वापस लेने की जानकारी जस्टिस संजीव खन्ना को दी. उन्होंने बताया कि वह इस मामले में पहले अपनी बात निचली अदालत में रखेंगे. ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई नहीं होगी.

के. कविता की याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज
इससे पहले दिल्‍ली शराब घोटाला मामले में ही गिरफ्तार की गईं बीआरएस नेता के. कविता से जुड़े मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. सुप्रीम कोर्ट कविता को निचली अदालत में जाने का आदेश दिया था. साथ ही ट्रायल कोर्ट को मामले की जल्‍द सुनवाई करने का निर्देश भी दिया. के. केविता से जुड़े मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्‍ना की पीठ ने की थी. उधर, ED के सूत्रों का कहना है कि के. कविता से रिमांड के दौरान हुए खुलासे के आधार पर केजरीवाल से पूछताछ की गई. के. कविता और केजरीवाल के बीच आबकारी पॉलिसी को लेकर जो बातचीत हुई, उसको लेकर भी केजरीवाल से जवाब लेने की कोशिश की गई. ED ने आरोप लगाया था कि जांच में सामने आया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तत्कालीन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, के. कविता के साथ कई अन्य आप नेताओं ने मिलकर इस एक्साइज पॉलिसी को तैयार करने और उसे लागू करने की साजिश रची थी, ताकि पॉलिसी की आड़ में करोड़ों की कमाई की जा सके.

गोवा में पैसे बांटने का आरोप
ईडी दस्तावेजों के मुताबिक, गोवा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के लिए काम कर रहे वॉलेंटियर को नगद में पेमेंट की गई थी. दस्तावेजों के अनुसार, पांच लोगों से ईडी ने की पूछताछ की है. गोवा चुनाव में उम्मीदवारों को मिले पैसे की भी जांच हो रही है. जिन लोगों से पूछताछ की गई, उसमें नित्यानंद उपाध्याय, आरपी लवांडे, आरोन सुचुवृत डे, इस्लाम काजी तथा मानास्वामी शामिल हैं. ईडी दस्तावेजों के मुताबिक इन लोगों को नगद में पैसा देकर बिल किसी और काम के लिए काटे गए थे. इस मामले में गिरफ्तार विजय नायर ने कुछ फर्मों को यह फर्जी इनवॉइस काटने को कहा था. ईडी अब इस मामले की भी जांच कर रही है कि गोवा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को भी रिश्वत की इसी रकम से पैसा मिला था या नहीं. गोवा में कुछ और लोगों से भी पूछताछ हो सकती है.

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