महंगाई घटाने के लिए बढ़ानी होंगी ब्याज दरें, ये देश विरोधी गतिविधि नहीं है: रघुराम राजन

आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि महंगाई घटाने के लिए आरबीआई को ब्याज दरें बढ़ानी होंगी. हालांकि राजनीतिक नेताओं और नौकशाहों को यह समझने की जरूरत है कि ये ‘राष्ट्र विरोधी’ गतिविधि नहीं है.
अर्थव्यवस्था पर अपने खुले विचारों के लिए चर्चित राजन ने कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि महंगाई के खिलाफ लड़ाई कभी खत्म नहीं होती.
राजन ने एक लिंक्डइन पोस्ट में कहा, ”भारत में महंगाई बढ़ रही है और आरबीआई को एक मोड़ पर पहुंच कर ब्याज दरें बढ़ानी होगी. बाकी दुनिया में इस वक्त यही हो रहा है.”
भारत में इस वक्त महंगाई तेजी से बढ़ रही है. खाद्यान्न, दूध सब्जी, फल, जैसे खाने-पाने की चीजों की महंगाई की वजह से खुदरा महंगाई दर बढ़ कर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई है. यह खुदरा महंगाई दर का 17 महीने का उच्चतम स्तर है.
इसी तरह थोक महंगाई दर भी चार महीने के शिखर पर है और यह 14.55 फीसदी तक पहुंच सकता है. कच्चे तेल और दूसरी कमोडिटी के दाम बढ़ने की वजह से महंगाई में ये तेजी आई है.
बढ़ती महंगाई का हवाला देते हुए राजन ने लिखा है, ”राजनीतिक नेताओं और नौकरशाहों को यह समझना होगा कि पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी विदेशी निवेशकों को फायदा पहुंचाने वाली राष्ट्र विरोधी गतिविधि नहीं है. दरअसल यह आर्थिक स्थिरता के लिए किया गया निवेश है. इसका सबसे बड़ा फायदा भारत को होता है.’