राजस्थान

SC का मुख्य सचिव बनाया, प्रमोशन में आरक्षण लागू, लेकिन लोकसभा चुनाव में SC-ST वर्ग ने हमें साफ कर दिया, CM गहलोत का छलका दर्द

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 76 साल बाद प्रदेश में एससी वर्ग का मुख्य सचिव बनाया। देश में केवल राजस्थान में ही प्रमोशन में आरक्षण है। एससी-एसटी ने हमें लोकसभा चुनाव में वोट नहीं दिया।

जयपुर

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 76 साल बाद प्रदेश में एससी वर्ग का मुख्य सचिव बनाया। देश में केवल राजस्थान में ही प्रमोशन में आरक्षण है। एससी वर्ग का मुख्य सचिव बनाए जाने के बाद लोकसभा को चुनाव आए। जनता ने हमें साफ कर दिया। सीएम गहलोत ने कहा कि निरंजन आर्य को मुख्य सचिव इसलिए बनाया गया था कि प्रदेश में 76 साल में एससी वर्ग का अधिकारी मुख्य सचिव नहीं बना। निरंजन आर्य से 10 अधिकारी सीनियर थे, फिर भी आर्य को चीफ सेक्रेटरी बनाया।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा 

राजधानी जयपुर में 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर हुए कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि इससे बड़ा निर्णय क्या हो सकता है। एससी-एसटी वर्ग के लिए प्रमोशन में आरक्षण लागू है। लेकिन उसके बाद हुए लोकसभा के चुनाव में हमें साफ कर दिया। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी 25 लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।

10 आईएएस की वरिष्ठता दरकिनार कर बनाया मुख्य सचिव

उल्लेखनीय है कि 31 दिसंबर 2022 को आधी रात को कार्मिक विभाग ने निरंजन आर्य के मुख्य सचिव बनने के आदेश जारी किए थे। निरंजन आर्य ने पूर्व मुख्य सचिव राजीव स्वरुप का स्थान लिया था। गहलोत सरकार ने 10 आईएएस अफसरों की वरिष्ठता दरकिनार कर आर्य को राज्य की ब्यूरोक्रेसी की कमान सौंपी थी। राज्य सरकार ने आर्य से वरिष्ठ अफसरों का सचिवालय से बाहर दूसरे विभागों की जिम्मेदारी दे दी थी। 1987 बैच की सीनियर आईएएस वीनू गुप्ता, 1988 बैच के आईएएस सुबोध अग्रवाल और 1989 बैच के आईएएस राजेश्ववर सिंह को सचिवालय से दूसरे विभागों में जिम्मेदारी दी गई थी। निरंजन आर्य सेवानिवृत्त हो गए है। 1989 बैच के आईएएस अधिकारी निरंजन आर्य फिलहाल सीएम गहलोत के सीएम सलाहकार है।

आर्य की पत्नी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी

पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य साल 2013 में कांग्रेस के टिकट पर सोजत से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है। हालांकि, चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था संगीता आर्य फिलहला आरपीएसी मेंबर है। आर्य को मुख्य सचिव बनाने पर उस समय ब्यूरोक्रेसी के गलियारों में सीएम गहलोत के निर्णय की आलोचना हुई थी। लेकिन सीएम गहलोत के खुलासे से साफ जाहिर हो गया है कि एससी वोट बैंक को साधने के लिए निरंजन आर्य को प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी का मुखिया बनाया गया था।

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button