Indian Idol को लेकर फूटा अभिजीत सावंत का गुस्सा, बोले- टैलेंट के बजाय दुखभरी और लाचारी की कहानी दिखाते हैं मेकर्स

,नई दिल्ली
‘इंडियन आइडल’ पिछले कुछ समय से निगेटिव खबरों की वजह से चर्चा में है। हाल ही के दिनों में किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार के बयान को लेकर यह शो काफी चर्चा में रहा, जिसके बाद सिंगर आदित्य नारायण के बयानों इस विवाद में आग में घी डालने का काम किया। अब इंडियन आइडल सीजन-1 के विजेता अभिजीत सावंत ने शो को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है जिसकी वजह से यह शो फिर खबरों में है।
अभिजीत ने एक इंटरव्यू के दौरान शो के मेकर्स पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘इंडियन आइडल’ के मेकर्स की ज्यादा रुचि कंटेस्टेंट के जूते पॉलिश करने की स्टोरी ,उनकी भूख और गरीबी दिखाने में है।
कंटेस्टेंट्स की गरीबी , लाचारी पर फोकस है शो
आजतक के इंटरव्यू में अभिजीत ने कहा कि रियलिटी शो में टैलेंट से ज्यादा किसी और चीज को तवज्जो दी जाने लगी है। मेकर्स टैलेंट दिखाने के बयाज कंटेस्टेंट्स की गरीबी , लाचारी और दुख भरी कहानी दिखाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाने लगे हैं।
नेशनल शो से कहीं ज्यादा अच्छा है रीजनल सिंगिंग रिएलिटी शो
रीजनल सिंगिंग रिएलिटी शो की तारीफ करते हुए अभिजीत ने कहा कि रीजनल रिएलिटी शोज में सिंगर की आवाज और टैलेंट पर ध्यान दिया जाता है मगर इस नेशनल शो में ऐसा नहीं होता। सावंत ने कहा, ‘अगर आप रीजनल रिएलिटी शो देखते हैं, तो वहां दर्शकों को कंटेस्टेंट के बारे में शायद ही पता होगा। उनका फोकस सिर्फ सिंगिंग पर होता है, लेकिन नेशनल शो में कंटेस्टेंट के जूते पॉलिश करने की कहानी, उनके मां-बाप कैसे बदहाली में जी रहे हैं, के अलावा अब तो शो में फेक लवस्टोरी डालने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
टीवी ड्रामे की तरह हो गया है रियलिटी शो
इंडियन आइडल में अपने बीते सफर को बताते हुए सावंत कहते हैं कि एक बार मैं एक बार लिरिक्स भूल गया था, मैंने गाना छोड़ दिया था लेकिन वहां मौजूद जजों ने मुझे फिर से गाने का मौका दिया। वही चीज अगर आज किसी कंटेस्टेंट के साथ होता है तो उसे बिल्कुल टीवी ड्रामे की तरह दिखाया जाता है, बिजली चमकती है और कई तरह के इफेक्ट डाले जाते हैं’।