गिरती विकास दर, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी…ये कौन सा विकास मॉडल है?- जब पूछने लगे कांग्रेस पैनलिस्ट

कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने एक डिबेट के दौरान पूछा कि जब पिछले साल 27 लाख करोड़ रुपए ग्रॉस रिवेन्यू कलेक्शन हुआ है तो फिर पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की राहत क्यों नहीं दी जा सकती है?
नई दिल्ली
देशभर में महंगाई लगातार बढ़ रही है और महंगाई से आम जनता भी त्रस्त है क्योंकि महंगाई के कारण लोगों के बजट पर भी असर पड़ा है। महंगाई को लेकर विपक्ष भी सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है और जगह-जगह विपक्ष प्रदर्शन भी कर रहा है। महंगाई को लेकर समाचार चैनल न्यूज़ 24 पर एक डिबेट चल रही थी जिसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के प्रवक्ता भी मौजूद थे।
समाचार चैनल पर बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि, “कोरोना काल में बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय भारत की प्रति व्यक्ति आय से अधिक हो गई। आप इनसे कुछ भी पूछेंगे तो बोलेंगे कि 2 साल तक कोरोना था और अगले 2 साल तक कुछ पूछेंगे तो बोलेंगे रूस-यूक्रेन युद्ध चल रहा था। इन सब चीजों का असर तो दुनिया में हर देश पर पड़ रहा है। तो फिर हमारे देश में गैस की कीमत दुनिया में सबसे अधिक क्यों है? पेट्रोल की कीमत दुनिया में सबसे अधिक तीसरे नंबर पर क्यों है? वित्त मंत्री से पूछो कि प्याज के दाम क्यों बढ़ रहें हैं तो बोलेंगी मैं प्याज नहीं खाती।”
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आगे कहा की है, “यह जो महंगाई बढ़ रही है गैस-डीजल और पेट्रोल की वजह से बढ़ रही है। डीजल और पेट्रोल से रिजर्व बैंक एक्साइज ड्यूटी थोड़ी कम कर सकता है, गैस के दाम रिजर्व बैंक कम नहीं कर सकता है जो पिछले 1 साल में 140 रुपए से अधिक बढ़ा है। सरकार दावा करती है कि टैक्स कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है। फिर महंगाई कम क्यों नहीं हो रही है? यह कौन सा विकास मॉडल है?”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, “महंगाई बढ़ रही है, ग्रोथ घट रही है और बेरोजगारी बढ़ रही है। अगर 2 महीनों में 1.2% महंगाई बढ़ जाए, तो फिर इससे पता चलता है कि बहुत बड़ी गलती भारत सरकार कर रही है। जब पिछले साल 27 लाख करोड़ ग्रॉस रिवेन्यू कलेक्शन हुआ है तो फिर पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी की राहत क्यों नहीं दी जा सकती है? जब फिर तेल के दाम कम होंगे तब फिर आप एक्साइज ड्यूटी बढ़ा देना।
बता दें कि विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद ही पेट्रोल-डीजल के दामों में काफी अधिक वृद्धि देखी गई। 21 मार्च से लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं तो वहीं पर सब्जियों के भाव भी आसमान छूने लगे हैं। नींबू की कीमत तक 300 रुपए किलो पहुंच गई है। वहीं महंगाई को लेकर सरकार का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से महंगाई बढ़ रही है।