World News

अमेरिका का विरोध करते हुए सत्ता में बने रह सकते हैं इमरान खान?

पाकिस्तान राजनीतिक और संवैधानिक संकट से जूझ रहा है। डॉनल्ड ट्रंप और जॉर्ज बुश सरकार में काम कर चुकीं लिसा कर्टिस ने कहा है कि इमरान खान अपना समर्थन आधार बनाने के लिए अमेरिकी कार्ड खेल रहे हैं।

 

नई दिल्ली

पाकिस्तान राजनीतिक और संवैधानिक संकट से जूझ रहा है। एक अमेरिकी विशेषज्ञ ने बताया है कि इमरान खान अपना समर्थन आधार बनाने के लिए अमेरिकी कार्ड खेल रहे हैं। यह न्यूज एजेंसी एएनआई ने दी है।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पीएम इमरान खान की सलाह के बाद पाकिस्तानी संसद को भंग कर दिया है। इमरान खान ने संसद के डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को असंवैधानिक बताते हुए खारिज करने के कुछ मिनट बाद यह प्रस्ताव दिया था। पाकिस्तान मीडिया और विपक्षी दलों ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इसने सदन में कार्यवाही को नियंत्रित करने वाले सभी नियमों का उल्लंघन किया है।

सत्ता बचाने के लिए अमेरिकी कार्ड खेल रहे हैं इमरान?

इमरान खान ने लगातार कहा है कि अमेरिका उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहता है। डॉनल्ड ट्रंप और जॉर्ज बुश सरकार में काम कर चुकीं लिसा कर्टिस ने कहा है कि इसकी बहुत कम संभावना है कि कोई अमेरिकी अधिकारी पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में शामिल होगा। मुझे लगता है कि इमरान खान अपने आधार से समर्थन हासिल करने के लिए ‘अमेरिकी कार्ड’ खेलने की कोशिश कर रहे हैं।

पाकिस्तान के साथ मिलकर काम कर रहा है अमेरिका

उन्होंने कहा है कि अमेरिका अफगानिस्तान सहित कई मसलों पर पाकिस्तान के साथ मिलकर काम कर रहा है। ऐसे में अमेरिका के लिए पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन की मांग का कोई कारण नहीं है। उन्होंने आगे कहा है कि अमेरिका पाकिस्तान में हो रहे बदलावों को लेकर बहुत चिंतित नहीं है क्योंकि नागरिक राजनीतिक व्यवस्था में किसी भी बदलाव का वास्तव में उन मुद्दों पर बहुत मामूली प्रभाव पड़ता है जिनकी अमेरिका सबसे ज्यादा परवाह करता है। लिसा ने कहा है कि पकिस्तान में जिसकी सरकार हो, अमेरिका उनके साथ बेहतर रिश्ते चाहती है। पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति का अमेरिका से कोई लेना-देना नहीं।

जनरल बाजवा ने अमेरिका से संबंधों को लेकर क्या कहा है?

एक ओर जब इमरान खान अपनी सत्ता बचाने के लिए अमेरिका के साथ रिश्ते खराब कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है।

पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने इमरान खान को जमकर लताड़ा है। उन्होंने कहा है कि इमरान खान ने अपनी सत्ता बचाने के लिए अमेरिका-पाकिस्तान संबंध को खराब कर दिए हैं। अब से तीस साल बाद किसी को याद भी नहीं रहेगा कि इमरान खान कौन थे लोग सिर्फ यह याद रखेंगे कि एक प्रधानमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों को तोड़ दिया था।

डोनेट करें - जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर क्राइम कैप न्यूज़ को डोनेट करें.
 
Show More

Related Articles

Back to top button