कानून के राज से ही बढ़ेगा दुनिया में भरोसा: जस्टिस एनवी रमन्ना

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमन्ना ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वैश्वीकृत दुनिया में भरोसा सिर्फ कानून के शासन पर चलने वाली संस्थाओं के निर्माण से ही बनाया जा सकता है.
जस्टिस रमन्ना “आर्बिट्रेशन इन द एरा ऑफ़ ग्लोबलाइज़ेशन” के चौथे संस्करण में उद्घाटन भाषण दे रहे थे.
इस दौरान उन्होंने कहा, “वैश्वीकरण को वास्तविक अर्थ में पाने की शर्त यह है कि सार्वभौमिक तौर पर कानून का सम्मान हो. वैश्वीकृत दुनिया में भरोसा तभी पैदा किया जा सकता है जब कानून के शासन पर ज़ोर देने वाली संस्थाएं बने.”
उन्होंने कहा, “मैं जब भी कहीं जाता हूं, मुझसे अक्सर ये पूछा जाता है कि भारतीय न्यायिक व्यवस्था निवेशकों के लिए कितनी अनुकूल है. मेरा जवाब हमेशा एक होता है: आप भारतीय न्यायपालिका पर उसकी पूर्ण स्वतंत्रता और सभी पक्षों के साथ एक सा व्यवहार करने की उसकी अंतर्निहित संवैधानिक ताकत के लिए भरोसा कर सकते हैं.”
आर्बिट्रेशन (मध्यस्थता) और कानून का शासन एक-दूसरे से अलग नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत में न्यायपालिकाएं उनके मध्यस्थता को बढ़ावा देने वाले रुख के लिए जानी जाती हैं.