कहानी कुख्यात सीरियल किलर की जिसने किए 70 से ज्यादा कत्ल और 48 बार हुई उम्रकैद

ग्रीन रिवर किलर नाम से मशहूर सीरियल किलर गैरी रिडवे ने साल 1982 से 1998 के बीच पचास से ज्यादा हत्याओं को अंजाम दिया था।
नई दिल्ली
गैरी रिडवे को ग्रीन रिवर किलर के नाम से जाना जाता है।
दुनिया में कई सीरियल किलर हुए लेकिन गैरी रिडवे जैसा खूंखार कातिल शायद ही कोई हुआ हो। यह अपराधी की तारीफ नहीं बल्कि उसके अपराधों की बानगी देने कैसा है। गैरी रिडवे ने आपराधिक इतिहास में 70 से ज्यादा कत्ल किए, जिनमें से 48 मामलों में उसे 48 बार उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इस सजा में पेरोल जैसी किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिलना था।
अमेरिका में रहने वाले गैरी का जन्म 18 फरवरी 1949 को साल्ट लेक सिटी में हुआ। 18 साल के गैरी ने स्कूलिंग खत्म करते ही सेना में नौकरी शुरू कर दी और ग्रेजुएशन करने के बाद उसने अपनी प्रेमिका से शादी कर ली। सेना में रहने के दौरान उसने यौन कर्मियों से संबंध बनाने शुरू किए। इस सबके चलते उसे कई बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों की डांट भी सुननी पड़ी, लेकिन गैरी को अपने बर्ताव के चलते कुछ दिन बाद सेना से निकाल दिया गया।
इसके बाद गैरी रिडवे शहर लौट आया और यहां पेंटिंग का काम करने लगा। इसी दौरान उसके दिमाग में सनक सवार हुई और उसने कत्ल को अंजाम देना शुरू किया। गैरी ने साल 1982 से 1998 के बीच 50 से ज्यादा महिलाओं को अपना शिकार बनाया। इसके बाद उन महिलाओं के शव को किंग काउंटी के ग्रीन रिवर में फेंक देता था।
साल 1983 में गैरी पर पहली बार पुलिस को शक हुआ, जब एक यौनकर्मी मैरी मालवर की लाश ग्रीन रिवर में पाई गई थी। क्योंकि मैरी के प्रेमी ने उसे आखिरी बार गैरी की कार में देखा था। इस मामले में उससे बात की गई तो गैरी ने महिला को पहचानने से ही इंकार कर दिया। 1983 के नवंबर में फिर से लाशों के संबंध में पूछताछ हुई पर गैरी बच निकला। यहां तक कि उसने पॉलीग्राफ टेस्ट भी पास कर लिया था।
साल 1987 में पुलिस पूछताछ के दौरान गैरी ने खुद स्वीकार किया कि उसके कई महिलाओं से संबंध थे, जिनमें अधिकतर यौनकर्मी शामिल थी। जहां एक तरफ पुलिस गैरी के इर्द-गिर्द पूछताछ में जुटी थी तो वहीं दूसरी तरफ ग्रीन रिवर में लाशें मिलने का सिलसिला जारी था। इसके बाद 1987 में पुलिस ने गैरी रिडवे के डीएनए की जांच करनी चाही। इस केस से जुड़े वाशिंगटन स्टेट पेट्रोल क्राइम लैब के वैज्ञानिक बेवर्ली हिमिक ने न्यूयॉर्क टाइम्स से उस वक्त बात करके बताया था कि ग्रीन रिवर में मिलने वाली लाशों को कातिल को पकड़ने का यह अंतिम तरीका था।
साल 1987 में जब पुलिस कि सुई गैरी रिडवे की तरफ घूम चुकी थी लेकिन ठोस सबूत अभी भी जुटाए जाने बाकी थे। उस दौर में डीएनए सैम्पल की जांच रिपोर्ट आते-आते काफी समय बीत गया और इधर लाशों का ढेर लगता गया। लेकिन पुलिस द्वारा लिया गया सैम्पल तीन पीड़ितों के नमूने से मैच कर गया। इसके बाद कातिल सबके सामने था। मामले में सबूत मिलने के बाद गैरी को ग्रीन रिवर किलर कहा गया।
साल 2001 में गैरी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसने स्वीकार किया कि 70 से ज्यादा महिलाओं के कत्ल उसके द्वारा किये गए। इतनी स्वीकारोक्ति के बाद भी पुलिस को केवल 49 हत्याओं के सबूत मिले थे। वहीं अदालत ने इस खूंखार सीरियल किलर को 48 मामलों में 48 बार उम्रकैद की सजा सुनाई और इसके बाद उसे वाशिंगटन की जेल भेज दिया गया।