पाकिस्तान में हुई इतनी तगड़ी बर्फबारी,22 पर्यटकों की मौत

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुर्री में शनिवार को इतनी बर्फबारी हुई कि पर्यटक कार में बैठे-बैठे जम गए और उनकी मौत हो गई। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक, अब तक 22 लोगों की मौत की खबर है। डॉन के मुताबिक, शनिवार शाम को मुर्री में बर्फबारी की जो फुटेज सामने आई, उसमें सड़कों पर कारों की लंबी लाइनें देखी गईं। तेज हवा और भारी बर्फबारी से कई पेड़ उखड़ गए और कारों पर गिर गए। तेज बर्फबारी से रास्ते जाम हो गए। जो पर्यटक अपनी कारों से रास्ते में फंसे थे वे एक जगह पर अटक गए। मुर्री में बर्फबारी के चलते पारा माइनस 8 डिग्री तक चला गया।
शनिवार शाम को मुर्री में भारी बर्फबारी की खबर के कुछ घंटे बाद पंजाब प्रांत के चीफ मिनिस्टर उस्मान बुजदार ने ट्वीट कर ये दावा किया कि सभी फंसे लोगों को सरकारी रेस्ट हाउस और होटलों में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्हें खाना, दवा, कंबल समेत सभी जरूरी सामान मुहैया कराए गए हैं। शनिवार रात को करीब 10.30 बजे पाकिस्तान की सेना की मीडिया ने भी इस बात की पुष्टि की कि सभी फंसे हुए लोगों को उनके वाहनों समेत सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग ने बताया कि आर्मी के इंजीनियर्स और जवान मुर्री की तरफ आने-जाने वाले रास्तों को क्लियर करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सेना ने शनिवार रात तक मुर्री एक्सप्रेस-वे को क्लियर करने का भी दावा किया। हालांकि, खैबर पख्तूनख्वा से कारों की एंट्री को प्रतिबंधित रखा गया है। रेस्क्यू टीम ने मरने वालों की संख्या 22 बताई है, इनमें 10 बच्चे शामिल हैं।
इस्लामाबाद पुलिस के सब-इंस्पेक्टर और उनके परिवार 7 सदस्यों की भी बर्फबारी में फंसने के कारण मौत हुई है। इंटीरियर मिनिस्टर शेख राशिद अहमद ने एक वीडियो मैसेज जारी कर बताया कि मुर्री में पिछले 15-20 सालों से इतना ज्यादा भीड़ कभी नहीं आई। इस बार बहुत ज्यादा संख्या में पर्यटकों के आ जाने से यह क्राइसिस पैदा हो गया।
उन्होंने बताया कि रावलपिंडी और इस्लामाबाद एडमिनिस्ट्रेशन पुलिस के साथ मिलकर रेस्क्यू का काम कर रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान आर्मी की 5 प्लाटून को भी इमरजेंसी के लिए बुला लिया गया है, इनमें रेंजर्स और फ्रंटियर कॉर्प्स भी शामिल हैं। शेख राशिद ने बताया कि शनिवार को जब यह क्राइसिस पैदा हुआ तब करीब 1000 कारें रास्ते में फंस गई थीं। पाकिस्तान के मौसम विभाग ने मुर्री और गलियत में 6 और 9 जनवरी को भारी बर्फबारी की संभावना जताई थी। इसके बाद भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ गए।