देश में ओमिक्रॉन से पहली मौत महाराष्ट्र में, नए वेरिएंट के मुंबई में अब तक 190 मामले

नाइजीरिया से लौटे इस शख्स का इलाज पिंपरी चिंचवाड म्यूनिसिपल कॉरपोर्रेशन के यशवंत चव्हाण अस्पताल में चल रहा था. वह 13 साल से डायबिटीज का शिकार था. महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के 198 नए मामले सामने आए, जिनमें से 190 मामले अकेले मुंबई में दर्ज किए गए हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में यह जानकारी दी.
मुंबई
. देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट से पहली मौत महाराष्ट्र में दर्ज की गई है. यहां 52 साल के ओमिक्रॉन संक्रमित की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मरीज की मौत 28 दिसंबर को ही हो गई थी. नाइजीरिया से लौटे इस शख्स का इलाज पिंपरी चिंचवाड म्यूनिसिपल कॉरपोर्रेशन के यशवंत चव्हाण अस्पताल में चल रहा था. वह 13 साल से डायबिटीज का शिकार था. महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के 198 नए मामले सामने आए, जिनमें से 190 मामले अकेले मुंबई में दर्ज किए गए हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में यह जानकारी दी.
नए मामले सामने आने के बाद महाराष्ट्र में अब तक ओमिक्रॉन के 450 मामले (Maharashtra Omicron Cases) सामने आ चुके हैं. विभाग के मुताबिक, राज्य में सामने आए ओमिक्रॉन के 198 नए मामलों में से केवल 30 ने हाल में विदेश यात्रा की थी. ठाणे शहर में ओमिक्रॉन के चार मामले जबकि सतारा, नांदेड़, पुणे और पिंपरी चिंचवाड नगर निगम क्षेत्रों से एक-एक मामला सामने आया है.
केंद्र ने राज्यों से की टेस्टिंग बढ़ाने की अपील
वहीं कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र ने गुरुवार को 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तेजी से मामलों की पहचान करने और वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए नमूनों की कोविड जांच बढ़ाने की अपील की. केंद्र ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश (68 फीसदी), असम (58 फीसदी) और नगालैंड (52 फीसदी) में नमूनों की जांच में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई है. इसके अलावा पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश भी ऐसे राज्य हैं जहां नमूनों की जांच में कमी आयी है जबकि इन राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि वायरस के प्रसार पर काबू करने में व्यापक और पर्याप्त परीक्षण करना एक महत्वपूर्ण कदम है.
उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के प्रसार के मद्देनजर नमूनों की जांच में बढ़ोत्तरी करना वर्तमान में और भी अधिक जरूरी है.